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Friday, June 6, 2025

श्री जल मंदिर के 102वां वार्षिक ब्रहोत्सव कार्यक्रम के तहत निकली श्रीगोपाल जी मंदिर की भव्य शोभायात्रा



नगर में अनेकों स्थानों पर किया गया शोभायात्रा का स्वागत, श्रीठाकुर जी के दर्शन कर लिया पुण्य लाभ

शिवपुरी- श्री वैष्णव एवं सनातन धर्मावलंबी महानुभावों के द्वारा आयोजित भव्य श्री जल मंदिर शिवपुरी का 102वां वार्षिक ब्रहोत्सव कार्यक्रम के तहत बीती शाम को श्रीगोपाल जी जल मंदिर की भव्य शोभायात्रा नगर में निकाली गई। इस दौरान सर्वप्रथम मंदिर परिसर में नित्य भगवान की पालकी, प्रात:काल तिरूभंजन पूजन एवं रात्रि में भगवान की सवारी परिक्रमा मार्ग से निकाली गई। 

श्रीगोपाल जी जल मंदिर की भव्य शोभायात्रा श्रीराधाकृष्ण गोपाल जी विशेष विमान पर विराजमान होकर अपने अभ्य हस्त द्वारा भक्तों का कल्याण करते हुए नगर यात्रा कों निकले और रथ यात्रा जल मंदिर से प्रारंभ होकर न्यू ब्लॉक चौराहा, धर्मशाला रोड़, भैंरो बाबा मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर से श्रीहनुमान जी मंदिर माधवचौक का चक्कर लगाते हुए सदर बाजार, कष्टमगेट, आर्य समाज रोड़, न्यू ब्लॉक चौराहा से होते हुए प्रेमी भक्तों की सेवा स्वीकार करते हुए पुन: मंदिर पहुंची जहां शोभायात्रा का समापन किया गया। इस दौरा नगर में अनेकों स्थानों पर भव्य शोभायात्रा का नगरवासियों के द्वारा स्वागत किया गया और श्रीठाकुरजी के दर्शन लाभ लेते हुए आरती कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।

इस दौरान जल मंदिर से जुड़े धर्मप्रेमीजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे जिन्होंने पूरी शोभायात्रा में शामिल होकर इस आयोजन को भव्यता प्रदान की। बता दें कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समस्त श्री वैष्णव एवं सनातन धर्मावलंबी महानुभावों के द्वारा आगामी 28 मई से 5 जून तक भव्य श्री जल मंदिर शिवपुरी का 102वां वार्षिक ब्रहोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विगत शताब्दी वर्षानुसार श्री लीला पुरूषोत्तम भगवान श्री राधाकृष्ण गोपाल जी महाराज का यह 102वां वार्षिक ब्रहोत्सव 28 मई से प्रारंभ होकर आज 6 जून गंगा दशहरा तक भव्य समारोह आचार्यगणों के सानिध्य में मनाया गया। जिसमें प्रतिदिन भगवान का तिरूभंजन श्रृंगार, राजभोग, आरती एवं गोष्ठी प्रसाद वितरण व श्री रामचरित मानस नवधा पारायण पाठ आदि हुए, इसके साथ ही प्रतिदिन सायं को महिला मण्डल द्वारा भजन कीर्तन आदि एवं भगवान की सवारी नित्य प्रतिदिन मंदिर परिक्रमा में पधारी जहां सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।

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