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𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Monday, August 4, 2025

सुभाषपुरा में पैरोल पर आए आरोपी की अज्ञात बदमाशो द्वारा की गई हत्या मामले का पर्दाफाश


शूटर सहित 03 आरोपीगणो को किया गिरफ्तार

शिवपुरी-वर्ष 2017 मे मध्यप्रदेश पुलिस के निरीक्षक हनुमान तोमर की पारिवारिक विवाद पर से घर डीडीनगर ग्वालियर में उनके पुत्र अजय उर्फ लीलाधर तोमर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी व अपने छोटे भाई भानू तोमर पर भी जानलेवा हमला कर दिया था जिस पर थाना महाराजपुरा मे अपराध पंजीबद्ध होकर माननीय न्यायालय से आरोपी अजय तोमर को आजीवन कारावास से दण्ड से दण्डित किया गया जो केन्द्रीय जेल ग्वालियर मे रहकर सजा काट रहा था, जो दिनांक 14.07.2025 को पेरोल पर आया था, एवं दिनांक 23.07.2025 को शिवपुरी से ग्वालियर कार से जा रहा था, रास्ते मे एबी रोड नयागांव तिराहा के पास अज्ञात आरोपी द्वारा उसकी गोली मारकर हत्या कर दी, जिसपर थाना सुभाषपुरा मे दिनांक 24.07.2025 को अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रं. 105/25 धारा 103 (1) बीएनएस का कायम कर विवेचना मे लिया गया था। 

अज्ञात आरोपी पर दस हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। प्रकरण अंधे कत्ल का होने से श्री अमन सिंह राठौड पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए स्वयं लगातार मॉनीटरिंग की जा रही थी, एवं प्रकरण मे आरोपियों का पता कर उनकी गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम का गठन गई जिसमें उनि. राजीव दुबे थाना प्रभारी सुभाषपुरा, के साथ उनि. सुनील सिंह राजपूत थाना प्रभारी सतनवाडा, उनि. अरविन्द छारी थाना प्रभारी सुरवाया, उनि.शिखा तिवारी थाना कोतवाली व उनि. धर्मेन्द्र जाट प्रभारी सायबल एवं सउनि अरुण वर्मा, प्रआर.अभय सिंह, प्रआर.राकेश गुर्जर (ग्वालियर), प्रआर.विकास चौहान, आर.जलज, आर.अनित बुनकर, आर.देवेन्द्र धाकड, आर. संजय जाट, आर.प्रीति राठोर, आर.अर्जुन जाट की सराहनीय भूमिका रही है।

इस तरह हुआ मामले का खुलासा
प्रकरण मे अनुसंधान के दौरान यह ज्ञात हुआ कि मृतक अजय के पिता की हत्या होने से पुलिस विभाग मे उसके छोटे भाई भानू तोमर को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी जो इन्दौर मे एएसआई के पद पर था, एवं मृतक अजय तोमर का जेल जाने के कारण अपनी पत्नी से तलाक हो गया था। एवं भानू तोमर द्वारा पैतृक मकान बेच दिया गया था। तथा मकान व अन्य सम्पत्ति के पैसो को लेकर अभी पेरोल पर आने के बाद सेटलमेन्ट की चर्चा चल रही थी। इस पूरी घटना का मुख्य सूत्रधार मृतक अजय तोमर का भाई भानू सिंह तोमर था। इसने धर्मेन्द्र कुशवाह नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। भानू ने ही मृतक की गाड़ी में बैठी लड़की से मृतक अजय तोमर की मित्रता करवाने के बहाने से उसे वहाँ भिजवाया था। इस लड़की से भानू का परिचय भानू के मित्र इंदौर निवासी जीतू बारेलिया ने करवाया था। भानू तोमर का दूर का रिश्तेदार मोनेश तोमर लड़की को इंदौर से ग्वालियर अपने साथ लाया था।

लड़की से मिलने आ रहा था मृतक और हमलावरों ने दिया घटना को अंजाम
घटना दिनांक मृतक अजय तोमर इसी लड़की से मिलने के लिये शिवपुरी आ रहा था तथा बाद में उस लड़की को लेकर जब ग्वालियर जा रहा था तो लड़की ने प्लान के मुताबिक अजय तोमर की कार को सुनसान इलाके में रूकवा ली तब भानू तोमर व धर्मेन्द्र द्वारा भानू तोमर की कार से आकर अजय तोमर पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी गई। प्रकरण मे आरोपी धर्मेन्द्र कुशवाह एवं घटना में संलिप्त रही विधि विरूद्ध बालिका को अभिरक्षा में लिया गया एवं मोनेश तोमर को गिरफ्तार किया गया व आरोपी धर्मेन्द्र से घटना में प्रयुक्त 315 बोर का कट्टा एवं भानू तोमर द्वारा उसे दी गई एक अंगूठी जप्त की गई, भानू तोमर एवं प्रकरण के अन्य आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। शूटर धर्मेन्द्र कुशवाह को अजय तोमर की हत्या के लिए एक लाख रुपये मे हायर किया गया था।

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