शिवपुरी-जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत खंड स्तरीय ब्लॉक प्रोसेस लैब कार्यशालाओं का शुभारंभ आज बुधवार से सभी विकासखंडों में किया गया। जिला स्तरीय प्रोसेस लैब में प्रशिक्षित ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स इन कार्यशालाओं में प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। इसी क्रम में जनपद पंचायत शिवपुरी द्वारा आयोजित खंड स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ होटल सनराइज शिवपुरी में हुआ। कार्यक्रम में कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, एसडीएम शिवपुरी आनंद राजावत, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एन.एस. नरवरिया, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक राजकुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा भी मास्टर ट्रेनर्स को आवश्यक समझाइश दी गई। कार्यशाला में खंड स्तरीय विभागीय अधिकारियों को अभियान से जुड़े उद्देश्यों एवं अवधारणा से अवगत कराया गया। प्रत्येक विकासखंड हेतु एक जिला मास्टर ट्रेनर को नोडल बनाया गया। ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स द्वारा चयनित 15 से 20 आदिवासी ग्रामों के क्लस्टर से सातों विभागों के एक-एक मैदानी अमले को ब्लेज मास्टर ट्रेनर (बीएलसी) नामित किया गया है। इन मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ग्राम स्तरीय केडर प्रतिभागियों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभागी आगे ग्रामवासियों को अभियान की जानकारी देंगे, बैठकों के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करेंगे, सामाजिक एवं संसाधन मानचित्रण, गांव का विजन प्लान तैयार कर ग्राम सभा से अनुमोदन करवाएंगे तथा प्रत्येक चयनित गांव में सेवा केंद्र की स्थापना करेंगे।
शिवपुरी-जिले में आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत खंड स्तरीय ब्लॉक प्रोसेस लैब कार्यशालाओं का शुभारंभ आज बुधवार से सभी विकासखंडों में किया गया। जिला स्तरीय प्रोसेस लैब में प्रशिक्षित ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स इन कार्यशालाओं में प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। इसी क्रम में जनपद पंचायत शिवपुरी द्वारा आयोजित खंड स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ होटल सनराइज शिवपुरी में हुआ। कार्यक्रम में कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, एसडीएम शिवपुरी आनंद राजावत, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एन.एस. नरवरिया, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक राजकुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा भी मास्टर ट्रेनर्स को आवश्यक समझाइश दी गई। कार्यशाला में खंड स्तरीय विभागीय अधिकारियों को अभियान से जुड़े उद्देश्यों एवं अवधारणा से अवगत कराया गया। प्रत्येक विकासखंड हेतु एक जिला मास्टर ट्रेनर को नोडल बनाया गया। ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स द्वारा चयनित 15 से 20 आदिवासी ग्रामों के क्लस्टर से सातों विभागों के एक-एक मैदानी अमले को ब्लेज मास्टर ट्रेनर (बीएलसी) नामित किया गया है। इन मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ग्राम स्तरीय केडर प्रतिभागियों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभागी आगे ग्रामवासियों को अभियान की जानकारी देंगे, बैठकों के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करेंगे, सामाजिक एवं संसाधन मानचित्रण, गांव का विजन प्लान तैयार कर ग्राम सभा से अनुमोदन करवाएंगे तथा प्रत्येक चयनित गांव में सेवा केंद्र की स्थापना करेंगे।
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