शिवपुरी-जिले में स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों को अपने स्वामत्वों तथा समय पर वेतन न मिलाना आम बात हो गई है। मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला संयोजक पंडित राजेंद्र पिपलोदा व राजकुमार सरैया तथा राजीव पुरोहित ने बताया कि दीपावली नजदीक आ रही है लेकिन जिले के हजारों स्वास्थ्य संविदा, कर्मचारियों को आज दिनांक तक वेतन का कहीं अता पता नहीं है जिससे कर्मचारियों में आक्रोश की भावना निर्मित हो गई है, कर्मचारियों का कहना है कि अगर दीपावली पर हमें वेतन नहीं मिला, तो हम अपने बच्चों को क्या बताएंगे और कैसे इस राष्ट्रीय त्योहार को मना पाएंगे, क्योंकि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने वेतन पर ही निर्भर है, संविदा स्वास्थ कर्मचारी कोई डॉक्टर तो नहीं है जो 400 की फीस लेकर प्रतिदिन हजार रुपए कमा रहे हैं, ऐसे चिकित्सकों को वेतन की कोई परवाह नहीं है अगर पूरे वर्ष भी ना मिले, तो कोई बात नहीं है।संघ के राज्य कर्मचारी संघ के जिला सह संयोजक अरविंद सरैया तथा रितु श्रीवास्तव ने बताया कि एमपी शासन ने 2023 में 4 प्रतिशत डीए बढाया था, जो हमें 2 वर्ष में आज तक नहीं मिला और अपने 10 प्रतिशत चहेते लोगों को इसका भुगतान कर दिया गया है और 90 प्रतिशत लोग आज भी 4 प्रतिशत डीए की प्रतीक्षा में है तथा शासन ने दो बार में पांच 5 प्रतिशत डीए बढ़ाया था 5 प्रतिशत डीए की एक भी किस्त आज दिनांक तक नहीं मिली है। जिला कलेक्टर रविंद्र चौधरी से हस्तक्षेप की मांग की है। इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री हरभजन कौर, श्रीमती वंदना शर्मा, फतेह सिंह गुर्जर, अजय शंकर त्रिपाठी, उमाशंकर चौरसिया, अनुज गुप्ता, अशोक वर्मा पटवारी, मलखान सिंह बघेल, सुनील गुप्ता, गजेंद्र सिंह यादव, अमर सिंह कुशवाह, बृजेंद्र सिंह नरवरिया, इंद्रजीत धाकड़, संजय त्रिवेदी, चंद्रभान सिंह यादव, पातीराम पाल, महेश लोधी, अजब सिंह लोधी, राजेश देव पांडे, राधे सोनी, अनिल मलाबारिया, अजय बाथम, खेमचंद कोली, राजेश पाठक, बृजेश शुक्ला आदि शामिल रहे।
शिवपुरी-जिले में स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों को अपने स्वामत्वों तथा समय पर वेतन न मिलाना आम बात हो गई है। मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला संयोजक पंडित राजेंद्र पिपलोदा व राजकुमार सरैया तथा राजीव पुरोहित ने बताया कि दीपावली नजदीक आ रही है लेकिन जिले के हजारों स्वास्थ्य संविदा, कर्मचारियों को आज दिनांक तक वेतन का कहीं अता पता नहीं है जिससे कर्मचारियों में आक्रोश की भावना निर्मित हो गई है, कर्मचारियों का कहना है कि अगर दीपावली पर हमें वेतन नहीं मिला, तो हम अपने बच्चों को क्या बताएंगे और कैसे इस राष्ट्रीय त्योहार को मना पाएंगे, क्योंकि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने वेतन पर ही निर्भर है, संविदा स्वास्थ कर्मचारी कोई डॉक्टर तो नहीं है जो 400 की फीस लेकर प्रतिदिन हजार रुपए कमा रहे हैं, ऐसे चिकित्सकों को वेतन की कोई परवाह नहीं है अगर पूरे वर्ष भी ना मिले, तो कोई बात नहीं है।संघ के राज्य कर्मचारी संघ के जिला सह संयोजक अरविंद सरैया तथा रितु श्रीवास्तव ने बताया कि एमपी शासन ने 2023 में 4 प्रतिशत डीए बढाया था, जो हमें 2 वर्ष में आज तक नहीं मिला और अपने 10 प्रतिशत चहेते लोगों को इसका भुगतान कर दिया गया है और 90 प्रतिशत लोग आज भी 4 प्रतिशत डीए की प्रतीक्षा में है तथा शासन ने दो बार में पांच 5 प्रतिशत डीए बढ़ाया था 5 प्रतिशत डीए की एक भी किस्त आज दिनांक तक नहीं मिली है। जिला कलेक्टर रविंद्र चौधरी से हस्तक्षेप की मांग की है। इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री हरभजन कौर, श्रीमती वंदना शर्मा, फतेह सिंह गुर्जर, अजय शंकर त्रिपाठी, उमाशंकर चौरसिया, अनुज गुप्ता, अशोक वर्मा पटवारी, मलखान सिंह बघेल, सुनील गुप्ता, गजेंद्र सिंह यादव, अमर सिंह कुशवाह, बृजेंद्र सिंह नरवरिया, इंद्रजीत धाकड़, संजय त्रिवेदी, चंद्रभान सिंह यादव, पातीराम पाल, महेश लोधी, अजब सिंह लोधी, राजेश देव पांडे, राधे सोनी, अनिल मलाबारिया, अजय बाथम, खेमचंद कोली, राजेश पाठक, बृजेश शुक्ला आदि शामिल रहे।
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