---------------------------------News Website By 𝐑𝐚𝐣𝐮 𝐘𝐚𝐝𝐚𝐯--------------------------------

𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Thursday, October 9, 2025

महिला बाल विकास विभाग में नियुक्ति का झांसा देकर ठग ने ऐंठे लाखों रुपये, अब हुआ गायब


सहरिया क्रांति संगठन ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में गरीब आदिवासी महिलाओं सहित 5 महिलाओं के साथ हुई ठगी का मामला सामने आया है । महिला बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठने वाले आरोपी के खिलाफ बुधवार को पीड़ित महिलाओं ने सहरिया क्रांति संगठन  के सदस्यों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचकर ज्ञापन और आवेदन सौंपा और त्वरित कार्रवाई की माँग की।

महुआखेड़ा, हाथीगड़ा, गंगोरा, मोहनगढ़ और मझेरा जैसे गाँवों की महिलाएँ रेशमा आदिवासी, अर्चना दोहरे, नमसता धाकड़, पूजा रावत और वीरू आदिवासी  ने बताया कि दिनेश जाटव निवासी सिलारपुर, जो पहले महिला बाल विकास विभाग में अधिकारी  केशव गोयल की गाड़ी चलाता था, ने खुद को विभागीय व्यक्ति बताकर नौकरी लगवाने का झांसा दिया। उसने कहा कि गोयल साहब रिटायर होने से पहले नियुक्तियाँ करना चाहते हैं, बस बात बाहर नहीं जानी चाहिए। दिनेश जाटव ने ग्वालियर बायपास पर जूस की दुकान पर इन महिलाओं से मुलाकात की और कहा कि प्रत्येक नाम के लिए 60-60 हजार रुपये तुरंत देने होंगे, नियुक्ति पत्र आने पर 60  हजार रुपये और देने होंगे। उसकी मीठी बातों में आकर महिलाओं ने मेहनत-मजदूरी की कमाई और घर के जेवर बेचकर रुपये जुटाए। रेशमा आदिवासी के पति राजेश, अर्चना दोहरे के पति सत्यपाल, नमसता धाकड़ और पूजा रावत ने 60-60 हजार रुपये दिए, जबकि वीरू आदिवासी ने आठ हजार रुपये दिए।पूरी राशि जसवंती आदिवासी के घर जाकर दिनेश जाटव को सौंपी गई। 

पीडि़त महिलाओं ने बताया कि वे अत्यंत गरीब परिवारों से हैं, जो मजदूरी कर अपने बच्चों का पेट पालती हैं। यह रकम उनकी वर्षों की जमा-पूँजी थी, जिसे नौकरी के लालच में ठग लिया गया। अब स्थिति यह है कि उनके घरों के चूल्हे तक ठंडे पड़ गए हैं। रेशमा आदिवासी ने कहा, हमने सोचा था कि नौकरी लग जाएगी तो बच्चों का भविष्य सुधरेगा, पर अब तो खाना जुटाना भी मुश्किल हो गया है। आरोपी दिनेश जाटव खुलेआम घूम रहा है और गरीबों का मजाक उड़ा रहा है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से कहा कि यदि इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे मजबूरन सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।  

No comments: