शिवपुरी। गर जज्बा हो जीने का तो हौंसलो के आगे शारीरिक अक्षमता कुछ भी नही। यह है सोनू खटीक, जो शारीरिक रूप से लगभग पूर्ण विकलांगता का शिकार है। एक दिन मदद बैंक के बृजेशसिंह तोमर की सोनू से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान उसके जीवन जीने के उत्साह और जजबे ने हमे यह प्रेरणा दी कि यदि इस दिव्यांग पर कार्य किया जाये तो यह काफी हद तक स्वस्थ हो सकता है। ईश्वर का चमत्कार हमारे प्रयासों को साकार कर सकता है। यही सोचकर हमने इसे हमारे (मदद बैंक)नि:शुल्क फिटनेस केम्प में प्रतिदिन आने का न्योता दे दिया।बता दें कि सोनू ने निरन्तर सुबह 6 बजे आना शुरू कर दिया है और हमने व हमारे योग्य प्रशिक्षकों ने इस पर व्यक्तिगत रूप से मेहनत करना प्रारम्भ किया। आज यह पूरे डेढ़ घण्टे हर एक्टिविटी एरोविक, योगा, लाठी चालन, डांसिंग में पूर्ण भाग लेता है। इसका आत्मविश्वास गजब का है। पसीने से लथपथ होने के बाद भी इसके चेहरे की चमक कम नही होती जो दूसरों के लिये प्रेरणा बनती है। हम जो करने को कहते है ये हर उस काम को करने का पूर्ण प्रयास करता है। सोनू की शारीरिक अस्थिरता को लेकर डॉ.रंगढ़ से जब चर्चा हुई तो उन्होंने स्वत: ही इसके उपचार हेतु स्वयं की ओर से इसकी आवश्यक जांचे कराई जिनकी रिपोर्ट आते ही इसका आवश्यक उपचार भी प्रारम्भ किया जाएगा। सोनू के शरीर की जकडऩ अब धीरे धीरे कम होती जा रही है।
शिवपुरी। गर जज्बा हो जीने का तो हौंसलो के आगे शारीरिक अक्षमता कुछ भी नही। यह है सोनू खटीक, जो शारीरिक रूप से लगभग पूर्ण विकलांगता का शिकार है। एक दिन मदद बैंक के बृजेशसिंह तोमर की सोनू से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान उसके जीवन जीने के उत्साह और जजबे ने हमे यह प्रेरणा दी कि यदि इस दिव्यांग पर कार्य किया जाये तो यह काफी हद तक स्वस्थ हो सकता है। ईश्वर का चमत्कार हमारे प्रयासों को साकार कर सकता है। यही सोचकर हमने इसे हमारे (मदद बैंक)नि:शुल्क फिटनेस केम्प में प्रतिदिन आने का न्योता दे दिया।बता दें कि सोनू ने निरन्तर सुबह 6 बजे आना शुरू कर दिया है और हमने व हमारे योग्य प्रशिक्षकों ने इस पर व्यक्तिगत रूप से मेहनत करना प्रारम्भ किया। आज यह पूरे डेढ़ घण्टे हर एक्टिविटी एरोविक, योगा, लाठी चालन, डांसिंग में पूर्ण भाग लेता है। इसका आत्मविश्वास गजब का है। पसीने से लथपथ होने के बाद भी इसके चेहरे की चमक कम नही होती जो दूसरों के लिये प्रेरणा बनती है। हम जो करने को कहते है ये हर उस काम को करने का पूर्ण प्रयास करता है। सोनू की शारीरिक अस्थिरता को लेकर डॉ.रंगढ़ से जब चर्चा हुई तो उन्होंने स्वत: ही इसके उपचार हेतु स्वयं की ओर से इसकी आवश्यक जांचे कराई जिनकी रिपोर्ट आते ही इसका आवश्यक उपचार भी प्रारम्भ किया जाएगा। सोनू के शरीर की जकडऩ अब धीरे धीरे कम होती जा रही है।
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