शिवपुरी-शहर शिवपुरी में पदस्थ रहे नायब तहसीलदार लोकप्रिय कवि और शायर रौशन मनीष ने एक बार फिर शहर का नाम रोशन किया है। मौक ा है म.प्र.शासन द्वारा उनके गज़ल संग्रह रंग ख़ुशबू के को वर्ष 2017 के 51000/- रुपये के प्रतिष्ठित प्रादेशिक दुष्यंत कुमार पुरुस्कार प्रदान करने घोषणा आज की है। इससे पहले रौशन मनीष के 'मज़मूअ.ए.नज़्म तजरबातÓ को म.प्र.उर्दू अकादमी की जानिब से वर्ष 2018 में पुरुस्कृत कर प्रकाशन कराया गया था और 2018 में ही उनके विख्यात गीत संग्रह 'मन चंदनवन ढूंढ रहा हैÓ को म.प्र.साहित्य अकादमी ने पुरुस्कृत करते हुए प्रकाशित कराया था।यह ग्वालियर के लिए एक गर्व करने लायक दिन है। रौशन मनीष उन साहित्यकारों में से हैं जिन्हें उर्दू और हिन्दी दोनों भाषाओं में उनकी रचनाओं के लिए अकादमिक स्तर पर पुरस्कृत किया जा चुका है। इससे पहले रौशन मनीष को 2006 में हिंदी गौरव सम्मान, 2016 में साहित्य रत्न सम्मान और 2017 में मोहसिन.ए.अदब सम्मान मिल चुके हैं। वे मुशायरों और कवि सम्मेलनों के स्टार परफार्मर हैं और कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में सहभागिता कर ग्वालियर का नाम रौशन कर चुके हैं।
रौशन मनीष स्व.गोपाल दास नीरज के शिष्य हैं। गज़ल विधा उन्होंने मरहूम क़ैसर.उल.जाफरी साहब और मरहूम नसीम रिफ़अत साहब से सीखी। रौशन मनीष उन चुनिंदा शाइरों में से हैं जो दिल को छू लेने वाली नज़्में लिखते हैं उनकी नज़्म चांद यू ट्यूब पर बहुत वायरल हुई थी। कई गज़ल गायकों ने उनकी गज़लों को अपनी आवाज दी है। उन्हें उनकी इस एक और अकादमिक सफलता के लिए बहुत बहुत बधाई दी गई।
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