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Thursday, April 13, 2023

विद्युत विभाग के दो डीजीएम इंजीनियरों के विरूद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता विजय तिवारी ने लिख मुख्य सचिव को पत्र



व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार मामले में एक डीजीएम एमपी सिंह हुए निलंबित, एक और पर भी कार्यवाही तय

शिवपुरी- शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता एड. विजय तिवारी के द्वारा मप्र विद्युत मण्डल में पदस्थ दो डीजीएम की मनमानीयों, भ्रष्टाचार और विद्युत कंपनी को पहुंचाई जा रही आर्थिक क्षति के कारणों के साथ माननीय प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग, मप्र भोपाल को लिखित शिकायती पत्र भेजा है जिसमें इन दोनों डीजीएम के क्रियाकलापों को पत्र में उल्लेखित किया है। इस पत्र के बाद विद्युत विभाग में खलबली मच गई और तभी एड.विजय तिवारी के अनुसार डीजीएम द्वितीय एमपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है जबकि दूसरे डीजीएम पर भी कार्यवाही तय है। यहां एड.विजय तिवारी ने कहा कि मप्र विद्युत मण्डल को लाखों रूपये की क्षति पहुंचाने और स्वयं के स्वार्थ सिद्ध करने वालों को कभी बख्शा नहीं जाएगा, जनहित में जनता के हितों की लड़ाई को इसी तरह से कानूनी रूप से लड़कर न्याय दिलाने का कार्य किया जाएगा।

इसलिए डीएम एमपी सिंह पर गिरी गाज
बता दें कि अधिवक्ता एड. विजय तिवारी के द्वारा द्वितीय डीजीएम महेन्द्र प्रताप सिंह के विरूद्ध ऊर्जा मंत्रालय को शिकायत दर्ज कराते हुए कई प्रमाणिक जानकारियां दी गई थी जिसका परिणाम हुआ कि यहां द्वितीय डीजीएम एमपी सिंह के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया गया। इन शिकायतों के रूप में एड.विजय तिवारी ने पत्र में बताया कि मप्र विद्युत मण्डल में पदस्थ महेन्द्र प्रताप सिंह डीजीएम द्वितीय किस प्रकार से विद्युत कंपनी के नियमानुसार किसानों को कृषि कार्य हेतु 10 घंटे विद्युत प्रवाह दिया जाता है किन्तु उक्त भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा किसानों को 24 घंटे की बिजली प्रदाय हेतु बैल्डिंग/आटा चक्की के ना पर अवैध कनेक्कशन दिए जा रहे है तथा ट्रंासफार्मर एवं विद्युत रीडिंग हेतु मीटर भी नहीं लगाए जा रहे है जिससे किसानों के द्वारा आबादी फीडर से विद्युत चोरी की जा रही है एवं उन्हीं आबादी फीडर को किसानों के द्वारा अवैध तरीके से दस घंटे वाली कृषि विद्युत लाईन को 24 घंटे की विद्युत लाईन में परिवर्तित किया जा रहा है जिससे कंपनी को लाखों रूप्ये प्रतिमाह की आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।

व्यावसायिक कनेक्कशन प्राप्त कर चलवाए जा रहे थे कृषि पंप
एड.विजय तिवारी ने पत्र में लिखा कि महेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह डीजीएम द्वितीय शिवपुरी द्वारा कृषकों से हजारों रूपये रिश्वत लेकर उदगंवा दिनारा(डी.सी.)वितरण केन्द्र से मनोज कुमार गुर्जर को 4 किलोवाट का व्यावसायिक कनेक्शन स्वीकृत किया था किन्तु उक्त कनेक्कशन पर कृषक द्वारा 15 हॉर्सपावर के दो से तीन कृषि पंप चलाए जाकर कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसी प्रकार उक्त वितरण केन्द्र से ग्राम दबरा के महेन्द्र यादव को बेल्डिंग कार्य के नाम से अवैध कनेक्शन दिया गया है तथा उक्त कृषक महेन्द्र यादव उक्त बैल्डिंग कनेक्शन के द्वारा अपनी संपूर्ण कृषि कार्य कर रहा है, उक्त ग्राम के ही मोहनलाल अहिरवार को बैल्डिंग को बैल्डिंग के नाम पर अवैध पारितोषिक प्राप्त कर अवैध कनेक्शन दिया गया है तथा विद्युत मीटर भी नहीं लगाए गए है। उक्त भ्रष्ट अधिकारी द्वारा मात्र एक विद्युत वितरण केन्द्र पर ही तीस से चालीस अवैध कनेक्शन प्रदाय कर कंपनी को लाखों रूपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई जा रही है।

डीजीएम प्रथम अरूण शर्मा की करतूत 3 किमी लाईन का करा लिया विस्तार
एड.विजय तिवारी ने पत्र में शिवपुरी डीजीएम प्रथम अरूण कुमार शर्मा को लेकर उनकी करतूतों को उजागर किया जिसमें उनके द्वारा अवैध रूप से नियमों के विपरीत शिवपुरी के समीपस्थ ग्राम अमरखोआ स्थित जमुनिया रोड़ स्थित जाट फार्म पर लगभग तीन किलोमीटर विद्युत लाईन का विस्तार कर कृषक से अवैध पारितोषित प्राप्त कर आबादी फीडर को उक्त जाट फार्म के स्वामी को अवैध लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जाट फार्म तक स्थापित किया गया है। यहां एड.विजय तिवारी ने उल्लेख किया उक्त कनेक्शन की कोई विधिवत अनुमति डीजीएम प्रथम द्वारा प्राप्त नहीं की गई है उक्त डीजीएम द्वारा इस प्रकार से अवैध पारितोषित प्राप्त कर अन्य कई व्यक्तियों को आबादी फीडर की सप्लाई से कृषि कार्य हेतु विद्युत प्रदाय कर कंपनी को लाखों रूपये की आर्थिक क्षति कारित की जा रही है।

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