चौकीदार जान बचानकर भागा, कहीं राजनीतिक षडयंत्र का शिकार तो नहीं हो रहा पटेल एण्ड संस परिवारशिवपुरी- समाजसेवा और जनसेवा के रूप में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने वाले समाजसेवी यशपाल सिंह रावत व उनके अनुज आईएमसी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह रावत के द्वारा रोजगार मूलक उद्देश्य के रूप में पटेल एण्ड संस से अनेकों फर्मो व कंपनी के संचालन का कार्य शुरू किया लेकिन आए दिन किसी ना किसी रूप में पटेल एण्ड संस के बढ़ते कारोबार और बढ़ते राजनीतिक कदमों से अन्य जनप्रतिनिधियों में भी हलचल पैदा हो गई है।
कहीं ऐसा तो नहीं कि इन्हीं सब राजनीतिक षडयंत्र के तहत पटेल एण्ड संस को बार-बार निशाना बनाया जा रहा हो, पूर्व में जहां अवैध उत्खनन के मामले में करोड़ों रूपये के जुमाने का मामला हो अथवा अभी-अभी वर्तमान में बीती 28-29 जनवरी की रात को पटेल एंड संस पडोरा की एक कंपनी पर किन्हीं अज्ञात हथियारबंद हमलावरों ने जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें मौके से चौकीदार अपनी जान बचाकर भागा। ऐसे में अब विचारणीय प्रश्र है कि जो परिवार समाजसेवा और राजनीतिक रूप से जनसेवा के और दीन-दु:खियों तथा चोटिल एवं दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद में अग्रणीय रहता हो उस परिवार पर इस तरह से हमले होना कहीं ना कहीं यह घटना किसी राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं, अथवा इन अपराधियों का उद्देश्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देना तो नहीं।
फिलहाल इस घटना को लेकर पटेल एण्ड संस परिवार ने पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की जांच करते हुए संबंधित दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है साथ ही इस दुर्घटना में जिन्होंने इस हमले की योजना बनाकर जिस ढंग से घटना को गोलीबारी से अंजाम दिया गया उन्हें भी चिह्नित कर शीघ्र पकड़ा जावे। बताना होगा कि पटेल एंड संस पडोरा आज की तारीख में कई कंपनियों का संचालन कर रहे हैं और हजारों लोगों को रोजगार दे रहे हैं ऐसे में सवाल यह उठता है कि ऐसी स्थिति में यह जानलेवा हमला बोलना कोई सामान्य बात नहीं है कि शिवपुरी में एक प्रतिष्ठित व्यवसाईयों के प्रतिष्ठित और अपनी एक अच्छी खासी राजनीतिक हैसियत रखने वाले जनप्रतिनिधियों के प्रतिष्ठानों पर इस तरह की घटना कोई बड़ी अनहोनी का संकेत तो नहीं। इस मामले में पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
No comments:
Post a Comment