जिला मुख्यालय पर वनमाली सृजन केन्द्र का हुआ शुभारंभशिवपुरी-पुस्तकें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। पुस्तक पढने से न सिर्फ ग्यानवृद्धि होती है बल्कि हमारा शब्द कोष भी मजबूत होता है ।वनमाली सृजन केंद्र का मुख्य उद्देश्य भी हमे अध्ययन शील बनाना और हमे किताबो से जोडऩा है। उक्त उद्गार सुप्रसिद्ध पत्रकार और साहित्यकार प्रमोद भार्गव के हैं वह वनमाली सृजन पीठ की शिवपुरी इकाई के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। यह आयोजन प्रसिद्ध साहित्यकार गोविंद अनुज के निज निवास गीत गोविंद, सिदद्धेश्वर कालोनी,शिवपुरी पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध नवगीतकार डाक्टर मुकेश अनुरागी ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप मे हास्य कवि राम पंडित उपस्थित रहे। सर्वप्रथम अतिथियो द्वारा मा सरस्वति की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित किया और माल्यार्पण किया।
इसके बाद मुख्य आतिथि तथा बिशिष्ट अतिथि द्वारा समाज मे पुस्तको की उपयोगिता और वनमाली सृजन केंद्र की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गयी। संचालन कर रहे नयी कविता के कवि अखलाक खान ने ग्यान विग्यान समिति, आइसेक्ट सेंटर्स और इलेक्ट्रोनिकि पत्रिका के साथ-साथ संतोष चौबे की अनेक जनकल्याण कारी योजनायो और उनके साहित्यिक अवदान की भी चर्चा की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे नवगीतकार डा मुकेश अनुरागी जी ने गोविंद अनुज द्वारा वनमाली सृजन केंद्र के शुभारंम्भ पर बधाई देने के साथ-साथ सभी साहित्यकार साथियो तथा पुस्तक प्रेमियो से वनमाली सृजन केंद्र की पुस्तको से लाभ उठाने के लिए आह्वान किया। इस आयोजन मे अजय जैन अविराम, राजकुमार चौहान, शिवकुमार अर्जुन, राधामोहन समाधिया तथा राजेन्द्र सोनी विशे ष रूप से उपस्थित रहे। अंत में आभार प्रदर्शन संयोजक गोविंद अनुज ने व्यक्त किया।
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