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Sunday, July 6, 2025

मरीजों के प्रति सहानुभूति, सम्मान, और समझदारी वाला करें व्यवहार : अधिष्ठाता डॉक्टर डी. परमहंस


प्रशिक्षु डॉक्टर एवं जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर्स को महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, शिवपुरी में अधिष्ठाता डॉक्टर डी. परमहंस ने चिकित्सालय के लेक्चर हॉल में प्रशिक्षु डॉक्टर्स एवं जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर्स सीनियर रेसीडेन्ट डॉक्टर्स को महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए दो दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कुछ ऐसे प्रमुख मुद्दों पर विचार करना था, जिन्हें जूनियर डॉक्टरों को अपने करियर की शुरुआत में आवश्यकता होती है। इस दौरान इस दौरान मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. डी.परमहंस के साथ प्रबंधक डॉ. विकास त्यागी, डॉ. शुभांगी सिंह, सहा. पीआरओ राहुल अष्ठाना सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।

कर्यशाला को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता डॉक्टर डी. परमहंस ने कहा कि आप सभी जूनियर डॉक्टरों द्वारा अपने प्रशिक्षण के शुरुआती चरणों में सामना किए जाने वाले कुछ मुद्दों को जानने की आवश्यकता है। आप डॉक्टरों को उनसे निपटने के लिए कुछ बुनियादी ज्ञान, कैरियर की प्रगति, नेतृत्व कौशल के विकास और स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। जैसे कि मरीजों के प्रति व्यवहार में सहानुभूति, सम्मान, और समझदारी शामिल होनी चाहिए। मरीजों को यह महसूस होना चाहिए कि वे सुरक्षित और देखभाल में हैं, और उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है। आप सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करना बहुत ही आवश्यक है, उनकी चिंताओं को सुनना चाहिए, और उनके साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि वे सर्वोत्तम संभव देखभाल प्राप्त कर सकें। 

साथ ही अधिष्ठाता डॉक्टर डी.परमहंस का यह भी कहना कि वार्डों मरीजों के साथ विश्वास और सम्मान का रिश्ता बनाए, ताकि वे अपने डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवा टीम पर भरोसा कर सकें। इसी के साथ जब आप बुरी खबर देते है उस समय, मौखिक संचार के साथ-साथ गैर-मौखिक संचार के महत्व पर जोर दें रोगी, रिश्तेदारों और/या देखभाल करने वालों के संबंध में स्थिति के संदर्भ पर विचार करें। रोगी की देखभाल वास्तव में समग्र होने के लिए सभी रोगियों की देखभाल में परिवार के सदस्यों पर विचार किया जाना चाहिए। मानसिक क्षमता की कमी वाले रोगियों के साथ व्यवहार करते समय परिवार के सदस्यों के साथ तालमेल विकसित करना आवश्यक है और सर्वोत्तम हितों के निर्णय लेने की कोशिश करें। इसी के साथ आप सभी अपने कार्य स्थल पर अपने पहनावे (व्हाईट कोर्ट, आई डी कार्ड) के साथ सुरक्षित अपना कार्य करें।

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