शिवपुरी। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन जिला शिवपुरी के गांधी पार्क मार्केट के हनुमंत ट्रैवल्स कार्यालय पर सर बी एन राव की 72 भी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देकर उन्हें याद किया गया। सबसे पहले सर बेनेगल नरसिंह राव (बी एन राऊ ) के चित्र पर माल्यार्पण पहनाकर श्रद्धांजलि उपस्थित लोगों ने दी। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के जिला अध्यक्ष पंडित पुरुषोत्तम कान्त शर्मा ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म कर्नाटक राज्य के मेंगलोर में 26 फरवरी 1887 को हुआ था, तथा उनकी शिक्षा मोंगलोर में केनरा हाई स्कूल से शिक्षक प्राप्त की, और मद्रास विश्वविद्यालय से स्नातक किया तथा 1910 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए। 1946 में उन्हें संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार नियुक्त किया गया। तथा संविधान का पहला मसौदा तैयार किया था जिसके पहले 243 अनुच्छेद उन्होंने लिखें थे। मसौदा समिति के सबसे महत्वपूर्ण सलाहकार थे, भले ही वे इसके सदस्य नहीं थी।
आगे बताया कि 1950 से 1952 तक वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के प्रतिनिधि रहे और जून 1950 में अध्यक्ष भी रहे। बाद में वे हेग में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश बने तथा 1949 से 1952 तक संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि रहे औरवे आजीवन अविवाहित रहे। उनका निधन 30 नवंबर 1953 को जेनेवा स्वीटजरलैंड में हुआ। इस प्रकार बी एन राव ने भारतीय संविधान के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारत के संवैधानिक इतिहास में उनका अविस्मरणीय योगदान है। ब्राह्मण समाज केवरिष्ठ उपाध्यक्ष हरगोविंद शर्मा ने कहा कि यदि भारत का संविधान एक महान वृक्ष है तो बीज, मिट्टी, खाद और पानी सर बी एन राव ने दिया,तब कहीं जाकर संविधान रूपी महान वृक्ष फल फूल रहा है।
उपस्थित सभी लोगों ने कहा कि हम सभी बी एन राव के ऋणी है, उनकी विद्वता, स्पष्टता ,और तटस्थ दृष्टिकोण ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को दिशा दी है। मुख्य रूप से कैलाश नारायण भार्गव, महेंद्र कुमार शर्मा, सूर्या तेनगुरिया, अंकित शर्मा, मोहित शर्मा, आदर्श शर्मा, मानस शर्मा, अमन शर्मा आदि श्रद्धांजलि सभा में उपस्थिति रहे।

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