शिवपुरी- शहर के एबी रोड़ स्थित हैप्पीडेज स्कूल के छात्रों ने डब्ल्यू डब्ल्यू एफ एजेंसी-एमकॉप 6 (मॉडल कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज 6) के तहत शांति नगर कॉलोनी, फिजिकल रोड के पास गीते और सूखे कचरे के निष्पादन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य कचरे के पृथक्करण (सेग्रिगेशन) और उसके सही निपटान को बढ़ावा देना था और यहां कपड़े बैग भी वितरित किए गए।इस दौरान छात्रों ने स्थानीय निवासियों को गीले (जैविक) और सूखे (अजैविक) कचरे के लिए अलग-अलग डिब्बे इस्तेमाल करने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि जैविक कचरे को खाद (कम्पोस्ट) में बदला जा सकता है, जबकि सूखे कचरे जैसे प्लास्टिक को कम करना, पुन: उपयोग (रियूज़) करना और पुनर्चक्रण (रिसायकल) करना पर्यावरण की रक्षा में मदद करता है। अभियान के तहत छात्रों ने कॉलोनी के परिवारों को डिब्बे और कपड़े के बैग भी वितरित किए तथा उनका सही उपयोग प्रदर्शित किया। इस पहल को स्थानीय निवासियों से उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया मिली और इसे सतत कचरा प्रबंधन के प्रति व्यवहारिक जागरूकता फैलाने के लिए सराहा गया। यह कार्यक्रम स्वच्छ और हरित समुदाय के निर्माण के प्रति युवा छात्रों की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इस दौरान बच्चे जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ.सुनील तोमर के आवास पर पहुंचे जहां डॉ.तोमर के द्वारा बच्चों की इस पहल को सराहा और इस जागरूकता कार्यक्रम में अपनी ओर से भी योगदान दिया गया।
शिवपुरी- शहर के एबी रोड़ स्थित हैप्पीडेज स्कूल के छात्रों ने डब्ल्यू डब्ल्यू एफ एजेंसी-एमकॉप 6 (मॉडल कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज 6) के तहत शांति नगर कॉलोनी, फिजिकल रोड के पास गीते और सूखे कचरे के निष्पादन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य कचरे के पृथक्करण (सेग्रिगेशन) और उसके सही निपटान को बढ़ावा देना था और यहां कपड़े बैग भी वितरित किए गए।इस दौरान छात्रों ने स्थानीय निवासियों को गीले (जैविक) और सूखे (अजैविक) कचरे के लिए अलग-अलग डिब्बे इस्तेमाल करने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि जैविक कचरे को खाद (कम्पोस्ट) में बदला जा सकता है, जबकि सूखे कचरे जैसे प्लास्टिक को कम करना, पुन: उपयोग (रियूज़) करना और पुनर्चक्रण (रिसायकल) करना पर्यावरण की रक्षा में मदद करता है। अभियान के तहत छात्रों ने कॉलोनी के परिवारों को डिब्बे और कपड़े के बैग भी वितरित किए तथा उनका सही उपयोग प्रदर्शित किया। इस पहल को स्थानीय निवासियों से उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया मिली और इसे सतत कचरा प्रबंधन के प्रति व्यवहारिक जागरूकता फैलाने के लिए सराहा गया। यह कार्यक्रम स्वच्छ और हरित समुदाय के निर्माण के प्रति युवा छात्रों की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इस दौरान बच्चे जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ.सुनील तोमर के आवास पर पहुंचे जहां डॉ.तोमर के द्वारा बच्चों की इस पहल को सराहा और इस जागरूकता कार्यक्रम में अपनी ओर से भी योगदान दिया गया।


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