साहित्य अकादमी संस्कृति विभाग का श्रीकृष्ण सरल स्मृति समारोह संपन्नशिवपुरी-साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद,संस्कृतिविभाग मध्यप्रदेश शासन का ,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वरिष्ठ साहित्यकार श्रीकृष्ण सरल स्मृति समारोह भव्यता के साथ स्थानीय मधुरम होटल में संपन्न हुआ।जिसमें मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा,मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ कुमार संजीव ग्वालियर व अध्यक्षता साहित्य अकादमी निदेशक डॉ विकास दवे ने की,स्थानीय संयोजक के रूप में कार्यक्रम को मूर्त रूप आशुतोष शर्मा ने प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नवाचार के रूप में संस्कृति अनुरूप अग्निहोत्र के साथ हुआ,जिसमें सर्वप्रथम राष्ट्र कल्याण की आहुतिया सामूहिक रूप से प्रदान की।तत्पश्चात दो सत्रों में कार्यक्रम प्रारंभ हुआ,प्रथम सत्र में श्रीकृष्ण सरल को समर्पित व्याख्यान हुआ,जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि में उन सौभाग्यशाली लोगों में से हु, जिनको सरल के दर्शन करने व उनके सानिध्य लाभ प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है, मेरे विद्यार्थी काल में एक कार्यक्रम में उन्हें बुलाने और उनके विचार हमने सुने,उनका जीवन आदर्श जीवन था। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ साहित्यकार ग्वालियर से पधारे डॉ कुमार संजीव ने कहा कि सरल जी जैसा सरल हो जाना भी सरल नहीं है,उनके जीवन को जब पढ़ते और समझते है तब पता चलता है कि जब राष्ट्र और राष्ट्र के बलिदानियों के प्रति श्रद्धा का भाव पैदा होता है,तो कैसा जुनून सवार होता है,ये श्रीकृष्ण जी सरल के जीवन से पता चलता है। साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ विकास दवे ने स्वागत उद्वोधन दिया व उपस्थित जनों से आग्रह किया कि यह कार्यक्रम महज औपचारिक नहीं रह जाना चाहिए ,इस कार्यक्रम का उद्देश्य भी यही है, कि जन-जन को क्रांतिवीरों के जीवन से परिचित कराने वाले साहित्यिक योद्धा श्रीकृष्ण जी सरल का जीवन चरित्र भी घर घर पहुंचना चाहिए,और उनके कृतित्व से प्रेरणा लेकर ही युवाओं को आगे बढऩा चाहिए। स्थानीय संयोजक आशुतोष ओज ने समस्त अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। द्वितीय चरण में कवि सम्मेलन हुआ,जिसमें गंज बासौदा से आए ध्रुव शर्मा ने कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि सुभाष जैसा जीवन अब व्यतीत होना चाहिए, देश-प्रेम का निवास घर घर में होना चाहिए,। ग्वालियर से आए शिवम् सिसोदिया ने सरयू के तट पुनीत दिव्य धाम मिले है,वर्षों की प्रतिक्षाओं के परिणाम मिले है, सुनाकर कार्यक्रम को भव्यता और दिव्यता प्रदान की। इस अवसर पर प्रदीप अवस्थी,श्यामबिहारी सरल, मुकेश शर्मा बदरवास ने भी अपनी रचनाओं से सभी का मन मोहा। कवि सम्मेलन का संचालन शिवम् सिसोदिया और आभार प्रदीप अवस्थी ने ज्ञापित किया।

No comments:
Post a Comment