तुलसी विवाह, अन्नकूट प्रसाद सहित हुए अनेकों धार्मिक आयोजन, गुरूवार को उमड़ा है श्रद्धा का सैलाबशिवपुरी- शहर के मध्य अति प्राचीन श्रीविष्णु मंदिर धार्मिक आस्था व श्रद्धा का केन्द्र बना हुआ है, यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक ओर जहां भगवान श्रीहरि विष्णु, ब्रह्म और माता लक्ष्मी के दर्शन लाभ कर धर्मलाभ प्राप्त करते है तो वहीं मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए भगवान श्रीहरि विष्णु की कथा वृतान्त एवं पूजन विधि मंदिर महंत श्री सुमत कुमार भार्गव के द्वारा अपनी ओजस्वी वाणी में जहां देवोत्थान एकादशी के अवसर पर तुसील विवाह का वृतान्त श्रवण कराया तो वहीं प्रति गुरूवार को श्रीहरि विष्णु की पूजा विधि एवं कथा का श्रवण श्रद्धालुओं को कराया जाता है ताकि हरेक श्रद्धालु विधिवत भगवान की पूजा-अर्चना कर सके।
इस दौरान मंदिर महंत के सुपुत्र दीपक भार्गव के द्वारा भी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराए गए है जिसमें जल, पूजन सामग्री, केले का पूजन सहित गरीब-निर्धन निराश्रितों को पृथक-पृथक बैठक व्यवस्थाओं के माध्यम से उन्हे प्रसाद का लाभ दिया जाता है। श्रीहरि विष्णु मंदिर पर प्रति गुरूवार को श्रद्धा का सैलाब उमड़ता है जहां मंगला आरती के पश्चात भगवान श्रीहरि के दर्शन के लिए धर्मप्रेमीजन सपरिवार पहुंचते है तो वहीं दांपत्त जोड़ों को भी प्रभु का आर्शीवाद मिलता है और नव युवक-युवती, शहर के व्यापारिक संस्थान के व्यापारी, नगर के गणमान्य नागरिक, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, मीडिया बन्धु आदि सहित दूर-दराज से भी श्रीहरि भक्तगण विष्णु मंदिर पहुंचकर दर्शन लाभ लेते हुए अपने जीवन को कृतार्थ करते है। इसी क्रम में प्रति गुरूवार भांति एक बार फिर से श्रद्धा का केन्द्र श्रीहरि विष्णु मंदिर बनेगा और यहां श्रद्धालु अपनी-अपनी श्रद्धा अनुसार पूजन-सामग्री व दान-दक्षिणा देकर धर्मलाभ प्राप्त करेंगें।

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