शिवपुरी-शहर को स्वच्छ, हरा-भरा और पर्यावरण संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से हैप्पीडेज स्कूल के छात्रों ने एक अनुठी पहल करते हुए सड़कों पर उतरकर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के एमसीओपी 6 (मॉडल कॉन्फरेंस ऑफ पार्टीज 6) कार्यक्रम से प्रेरित यह अभियान छात्रों के उत्साह, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। फिजिकल कॉलोनी शिवपुरी में आयोजित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्रों ने अत्यन्त प्रभावशाली तरीके से बताया कि धरती पर जीवन इसलिए संभव है क्योंकि यहाँ पेड़-पौधे हैं यदि इन्हें न बचाया गया तो मानव जीवन संकट में पड़ जाएगा। बच्चों ने अपने नाटक में दिखाया कि प्लास्टिक में भरा कचरा सड़क पर फेंकने से गाय जैसे पशु मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। इस प्रस्तुति को देखकर उपस्थित लोगों ने शहर को स्वच्छ रखने की शपथ ली तथा डस्टबिन के उपयोग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया। जुलाई महीने मे वेस्ट मेनेजमेंट डिस्पोजल पर एक विशेष वर्चुअल वर्कशॉप आयोजित की गई जिसमें छात्रों को रीयूज, रिड्यूस, रिसाईकल की अवधारणा, ऑर्गेनिक खाद बनाने के तरीके और पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न उपायों की जानकारी दी गई।
वर्कशॉप के बाद बच्चों ने एक सुनियोजित एक्शन प्लान तैयार किया और फिजिकल कॉलोनी के 20 घरों को अपने साथ जोड़ा और वहाँ जाकर उन्हें पेड़ पौधे लगाने का महत्व, गीले व सुखे कचरे को अलग रखना, घर के कचरे से खाद बनाने के तरीके बताए। इस पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम में हैप्पीडेज स्कूल की संचालिका श्रीमती गीता दीवान, प्राचार्या श्रीमती अंजु शर्मा, शिक्षकगण और स्टॉफ के अन्य सदस्य मौजूद रहें। उन्होंने बच्चों की जागरूकता, रचानात्मकता और सामाजिक उत्तरदायित्व की सराहना करते हुए आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही। हैप्पीडेज स्कूल का यह प्रयास न केवल छात्रों में नेतृत्व और पर्यावरण चेतना को बढ़ाता है बल्कि शिवपुरी को ग्रीन एवं क्लीन बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी है।

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