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Friday, December 5, 2025

श्रीकृष्ण-रूकमणी मंगल विवाह से मनुष्य अपने जीवन को करें सार्थक : केशवाचार्य जी महाराज



निकली भगवान श्री कृष्ण और रुक्मिणी विवाह की शोभायात्रा, भगवान शिव का अर्धनरेश्वर रूप में हुआ नृत्य

शिवपुरी। भगवान ने हमेशा अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य को संदेश दिया है कि वह किस प्रकार से मानव जीवन का कल्याण कर सकते है आज के दौर में भगवान श्रीकृष्ण-रूकमणी मंगलमय विवाह से ही मनुष्य अपने जीवन को सार्थक कर सकता है, जहां भगवान ने विवाह के रूप में एक दांपत्य जोड़े को अपने परिवार को साथ लेकर चलने का संदेश दिया, बड़ों का सम्मान और छोटों से स्नेह भाव के साथ परिवार में सुख-समृद्धि के लिए वैवाहिक जीवन भी सभी परेशानियों से दूर होकर जीना चाहिए, भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध के द्वारा भी आतातियों और अत्याचारियों का संहार कर धर्म की स्थापना का संदेश दिया, इसलिए दुराचारी ना बनें बल्कि मनुष्य जन्म को सार्थक करने के लिए धर्म का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए जन कल्याण के कार्य करें। धर्म और ज्ञान के साथ-साथ मनुष्य के वैवाहिक जीवन का यह प्रसंग श्रवण कराया श्री श्री 1008 केशवाचार्य जी महाराज महंत श्री गोपाल जी मंदिर, रंगजी मंदिर श्रीधाम वृन्दावन के श्रीमुख से जो स्थानीय श्रीसिद्धेश्वर मंदिर के पास आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिवस की कथा को श्रवण करा रहे थे। 

इस अवसर पर कथा यजमान परिजन आयोजक(यजमान) ब्रजमोहन अग्रवाल, गोपाल दास अग्रवाल, पुरुषोत्तम दास अग्रवाल के द्वारा श्रीमद् भागवत पूजन किया गया तत्पश्चात कथा के अन्य प्रसंगों का वर्णन श्रवण कराया गया। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण-रूकमणी मंगल विवाह की शोभायात्रा भी नगर में निकाली गई जिसमें धर्मप्रेमीजनों ने नाचते-गाते हुए विवाह में शामिल हेाकर धर्मलाभ प्राप्त किया। इस अवसर पर श्री श्री 1008 केशवाचार्य जी महाराज ने कथा में बताया कि किस प्रकार से भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कैसे कंस का वध किया और सभी को कंस के अत्याचार से मुक्त करवाया। इसके साथ ही भगवान शिव की लीला का भी वर्ण किया जिसमें भगवान शिव वृन्दावन मे हो रहे नृत्य में भाग लेने के लिए नारी का रूप धारण करके आए थे। जिससे वह गोपेश्वर महादेव के नाम से जाने गए। इसके साथ ही श्री कृष्ण और रुक्मिणी जी का विवाह हुआ जिसमें श्री कृष्ण घोड़े पर सवार हो कर बारात ले कर आते है और रुक्मिणी जी को वरमाला पहना के फेरे लेकर विवाह करते है।

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