शिवपुरी-सभी किसान भाईयों को उर्वरक सुगमता पूर्वक वितरण करने हेतु कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के निजी उर्वरक विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नवीन ई-विकास प्रणाली अंतर्गत उर्वरक वितरण के संबंध में दिशा निर्देश दिए एवं प्रक्रिया से अवगत कराया गया। बैठक में उपसंचालक कृषि पान सिंह करौरिया सहित अन्य अधिकारी एवं निजी उर्वरक विक्रेता शामिल हुए।कलेक्टर श्री चौधरी ने सभी निजी उर्वरक विक्रेताओं को जिले में खाद वितरण हेतु चालू की गई श्व-ञ्जह्र्यश्वहृ प्रणाली को सुगम बनाने हेतु म.प्र.शासन द्वारा निर्मित ई-विकास प्रणाली अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ई-टोकन व्यवस्था अंतर्गत क्यूआर वाला प्रथम चरण तो पूर्ण कर लिया है। इस प्रक्रिया के तहत किसानों द्वारा ई-टोकन हेतु पंजीयन कराया जाएगा। जिसमें किसान अपने नजदीकी निजी उर्वरक विक्रेता की जानकारी भी देगें। इसके बाद किसान को ई टोकन प्राप्त होगा। उस टोकन को किसान संबंधित निजी उर्वरक विक्रेता के पास ले जाकर अपना उर्वरक का उठाव कर सकेगा।
संबंधित निजी उर्वरक विक्रेता के पास संबंधित किसान का उर्वरक तीन दिवस तक रिर्जव रहेगा। इस समय अवधि में यदि किसान उस उर्वरक विक्रेता के पास जाकर अपने खाद का उठाव नहीं करता है तो वह पंजीयन रद्द हो जाएगा। इसके उपरांत यदि किसान को पुन: खाद चाहिए तो उसे फिर से पंजीयन कराना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष से इस वर्ष किसान को अधिक खाद दिया गया है। जिले में किसान को खाद का वितरण अब टोकन के द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने निजी उर्वरक विक्रेताओं को बताया कि यदि किसान उर्वरक खरीदने हेतु सीधा उर्वरक दुकान पर जाता है, तो उसे बताए कि पहले ई टोकन प्रणाली से पंजीयन कराईए इसके उपरांत आपको ई-टोकन का वितरण किया जाएगा।

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