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Saturday, October 26, 2019

सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग स्कूल करैरा में धूमधाम से मनाया गया बल स्थापना दिवस

शिवपुरी। सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग स्कूल में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 58वें बल स्थापना दिवस 24 अक्टूबर को हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर श्री हरि सिंह, द्वितीय कमान ने परेड की सलामी ली एवं बल के उपस्थित पदाधिकारियों को बल एवं बल में सम्मानित किये गये पदाधिकारियों की उपलब्धियों, कार्यों एवं कल्याणकारी नीतियों से अवगत कराया। उन्होंने छोटा राम जाट, सेनानी, सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग स्कूल में पदस्थ सभी पदाधिकारियों की तरफ से बधाई दी गई। साथ ही उन्होंने वहाँ उपस्थित सभी पदाधिकारियों से मेहनत, लगन एवं कर्तव्य निष्ठा के साथ देश एवं बल की सेवा करने के लिये आग्रह किया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों जैसे-स्वच्छ भार
त अभियान, जल संग्रहण, योगा इत्यादि को जीवन में आत्मसात करने के लिये भी प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने इस स्कूल द्वारा चलाये जा रहे ट्रेनिंग कोों को सुचारू एवं व्यावसायिक तौर पर चलाने हेतु सभी प्रशिक्षकों को भी पूरी-पूरी प्रशंसा की। उप सेनानी, शिव प्रसाद सती सहायक सेनानी (अभियन्ता) अभिषेक कुमार एवं सूबेदार मेजर लखन लाल साहू की मौजूदगी में सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग स्कूल करैरा के परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, बड़ा खाना एवं विभिन्न खेलों, का आयोजन किया गया एवं विजेताओं को पुरस्कृत किया
गया।
सराहनीय सेवा के लिए छोटा राम जाट, सेनानी, पुलिस मेडल फॉर
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 58वें बल स्थापना दिवस के अवसर पर दिनांक 24 को छोटा राम जाट, सेनानी, सपोर्ट वेपन ट्रेनिंग स्कूल, करैरा, को ग्रेटर नोएडा में आयोजित भव्य परेड में उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए मुख्य अतिथि किशन रेड्डी, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार द्वारा पुलिस मैडल फार मैरिटोरियस सर्विस से नवाजा गया। अवगत कराना है कि गणतंत्र दिवस-2019 के अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द द्वारा इसकी घोषणा की गई थी एवं नरेन्द्र मोदी, माननीय प्रधानमंत्री द्वारा इस अवसर पर छोटा राम जाट, सेनानी को बधाई भी दी गई थी। छोटा राम जाट, सेनानी, सपोर्ट वैपन ट्रेनिंग स्कूल ने अपनी 27 वर्ष की सेवाओं के दौरान अति दुर्गम भारत-चीन सीमा, जम्मू कश्मीर, नक्सल प्रभावित इलाकों एवं विदेश में भी अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। वह एकमात्र सेनानी हैं जिन्हें रिकार्ड 3 बार35वीं वाहिनी अल्मोड़ा (नक्सल प्रभावित क्षेत्र), 26वीं वाहिनी लुधियाना (आंतरिक सुरक्षा) एवं 9वीं वाहिनी लोहितपुर (बार्डर गार्डिंग) के लिए सर्वोत्तम वाहिनी की ट्राफी भी प्रदान की गई है।

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