शिवपुरी-भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य धैर्यवर्धन ने कोरोना विभीषिका के दौरान निजी स्कूल संचालकों से खुले खत के माध्यम से सोशल मीडिया पर मार्मिक निवेदन करते हुए दो माह की फीस न लिए जाने का आग्रह किया है। धैर्यवर्धन ने कहा कि आप बच्चों के माता पिता को अभिभावक/पालक के तौर पर न सही, अपने परमानेंट ग्राहक मानकर ही विचार करें तो भी मदद का रास्ता निकाल सकते हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि जैसी कन्सेशन/छूट/सहूलियत/ऑफर की व्यावसायिक परम्परा अपने कस्टमर्स को होती है, प्रति माह शुल्क जमा कराने वाले लोग भी आपकी शुभेच्छा के हकदार हैं।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में धैर्यवर्धन ने कहा कि आप केवल व्यवसाई नहीं है शिक्षादाता महानुभाव हैं। आप लोग भी शहर के भामाशाह हैं अत: दरियादिली दिखाकर लोगों की अवाम विद्यार्थियों की नजर में प्रेरक व्यक्तिव के तौर पर नए सिरे से उभर सकते हैं। व्यक्तिगत तौर पर हुई चर्चा में कई स्कूल संचालक अंतर्मन से इस संकट काल में मदद के लिए तैयार भी हैं पर स्कूल एसोसिएशन ही इस संबंध में अंतिम निर्णय ले सकेगी। शायद दिल पर एसोसिएशन का दिमाग और नियम कायदा भारी है। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने पत्र में लिखा कि ईश्वर ने आपको सक्षम बनाया है ताकि आपके खुले हाथों से लोगों की मदद होती रहे। मैं कई स्कूल संचालकों को व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं जो इस समय गरीब मजदूरों को भोजन आदि के प्रबंध में सेवारत टोली को आर्थिक सहयोग कर रहे हैं इसके लिए आभार भी व्यक्त किया।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में धैर्यवर्धन ने कहा कि आप केवल व्यवसाई नहीं है शिक्षादाता महानुभाव हैं। आप लोग भी शहर के भामाशाह हैं अत: दरियादिली दिखाकर लोगों की अवाम विद्यार्थियों की नजर में प्रेरक व्यक्तिव के तौर पर नए सिरे से उभर सकते हैं। व्यक्तिगत तौर पर हुई चर्चा में कई स्कूल संचालक अंतर्मन से इस संकट काल में मदद के लिए तैयार भी हैं पर स्कूल एसोसिएशन ही इस संबंध में अंतिम निर्णय ले सकेगी। शायद दिल पर एसोसिएशन का दिमाग और नियम कायदा भारी है। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने पत्र में लिखा कि ईश्वर ने आपको सक्षम बनाया है ताकि आपके खुले हाथों से लोगों की मदद होती रहे। मैं कई स्कूल संचालकों को व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं जो इस समय गरीब मजदूरों को भोजन आदि के प्रबंध में सेवारत टोली को आर्थिक सहयोग कर रहे हैं इसके लिए आभार भी व्यक्त किया।
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