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𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Sunday, September 20, 2020

करोड़ो की भूमि को खुर्द-बुर्द करने भू-माफियाओं पर पुलिस का शिकंजा


शासकीय कर्मचारियों से लेकर कई हस्तियों की संलिप्तता, महज एक आरोपी की हो पाई गिरफ्तारी

शिवपुरी। भू-माफियाओं पर शिकंजा कसने में शिवपुरी पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। बताया जा रहा है कि करोड़ो रूपये की भूमि को फर्जी दस्तावेजों और फर्जी सील के आधार पर शासकीय कर्मचारियों की संलिप्तता के चलते शासन के राजस्व को करोड़ो का चूना लगाया। शिकायतकर्ता तोमर सिंह धाकड़ ने लिखित आवेदन एसडीओपी पोहरी के समक्ष पेश किया था। जिसकी जांच के प्रथम दृष्टया सरकारी कागजों में हेराफेरी कर शासकीय जमीन के बंदरबांट का फर्जी मामला पाया गया, जिस पर से थाना पोहरी में अपराध क्रमांक 245/20 धारा 420, 467, 468, 471 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा एसडीओपी पोहरी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एसआईटी गठित की गई। एसआईटी द्वारा मूल आरोपी सोनू राठौर को हिरासत में लिया गया उससे पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने सत्यम उर्फ  बीनू श्रीवास्तव निवासी बैराड़ के साथ मिलकर सैकड़ों हेक्टेयर शासकीय जमीन के फर्जी पट्टे तैयार किए हैं, इन पट्टों के लिए शासकीय रिकॉर्ड तहसील कार्यालय पोहरी के सहायक ग्रेड-3 प्रीतम  एवं कैलाश उपलब्ध कराते थे जबकि बंदोबस्त के समय का अधिकार अभिलेख एवं मूल खसरे कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकॉर्ड शाखा में पदस्थ बाबू प्रताप पुरी एवं जीतू उपलब्ध कराते थे, इन रिपोर्ट के माध्यम से हम धारा 115,116 के फर्जी आदेश, फर्जी पट्टे तैयार करते थे, सील सिक्के लगाकर फर्जी हस्ताक्षर करते थे, फिर इन आदेशों को बाबू के माध्यम से बैक डेट में दायरा रजिस्टर में इंद्राज कराकर खसरों की मूल प्रतियों में लिखते थे और उन्हें रिकॉर्ड रूम में जमा करा देते थे। इन आदेशों को कंप्यूटर पर देवेंद्र गौड़ पटवारी दर्ज करवाता था। 

इस पूरे फर्जीवाड़े में कई अन्य पटवारी और कई शासकीय कर्मचारियों के संलिप्त होने की संभावना है। जो की आरोपी बीनू श्रीवास्तव के गिरफ्तार होने पर ही खुलासा हो पाएगा। आरोपी सोनू राठौर की निशानदेही पर शिवपुरी के उसके लुधावली के कमरे से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज एवं शासकीय दस्तावेज एवं फर्जी सीलें जप्त की गई हैं। अब तक की जांच में 147 लोगों को लगभग 250 हेक्टेयर शासकीय जमीन फर्जी पट्टे वितरित कर लगभग 1.5 से 2 करोड़ की राशि ठगी गई है, मामला विवेचनाधीन है। उक्त कार्यवाही में एसआईटी टीम एसडीओपी पोहरी निरंजन सिंह राजपूत, थाना प्रभारी बैराड़ सतीश सिंह चौहान, उनि. अरविंद चौहान, उनि.योगेंद्र सिंह सेंगर, उनि. पूर्णिमा लांबे, थाना बैराड़ से महिला आरक्षक सपना, आरक्षक रामअवतार रावत, सुमित सेंगर एवं थाना पोहरी से आरक्षक राहुल एवं मुकेश परमार की सराहनीय भूमिका रही।

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