मॉडल एक्ट व मंडी अधिनियम संशोधन के विरोध में जारी है विरोध प्रदर्शनशिवपुरी- संयुक्त संघर्ष मोर्चा भोपाल के आह्वान पर बीती 3 सितम्बर से 6 सितम्बर तक किये गये सत्याग्रह/आन्दोलन के संबंध में माननीय मंत्री द्वारा मोर्चों की मांगों पर 15 दिवस में कार्यवाही करने का आश्वासन/सहमति दी गई थी और तब उक्त सहमति के आधार पर मोर्चो द्वारा आन्दोलन को 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था बाबजूद इसके संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड की मांगों पर 15 दिनों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे व्यथित होकर 25 सितम्बर से मप्र मंडी बोर्ड के द्वारा अनिश्ििचताकलीन हड़ताल प्रारंभ कर दी गई है। इसी क्रम में यह अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही जिसमें मंडी के मुख्य गेट पर ताला जड़कर मंडी प्रबंधन ने अपना काम बंद रखा और मंडी गेट के द्वार पर ही विरोध प्रदर्शन स्वरूप बैनर लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई व अपनी लंबित मांगों को पूर्ण करने की मांग की गई। इस प्रदर्शन में भूपेश तिवारी जिलाध्यक्ष संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला शिवपुरी व मंडी सचिव आर.पी. सिंह सहित श्रीमन जायसवाल, ललित चौधरी, शशिकांत महाजन, हजारी लाल सेन, शिवशंकर शर्मा, रामदास लोहिया, श्रीमती जूली रघुवंशी, श्रीमती जामबती बाई पाल आदि शामिल रहे जिन्होंने मंडी अधिनियम में किए गए संशोधन और मप्र सरकार द्वारा मॉडल एक्ट को लेकर किए गए संशोधन के विरोध में यह प्रदर्शन किया। इसके पूर्व सौंपे गए ज्ञापन में संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड को आश्वस्त किया गया था कि संचालनालय कृषि विपणन में मर्ज करने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन संचालक मण्डल द्वारा उक्त प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है का लेख किया गया है अत: उपरोक्त प्रस्ताव में माननीय मुख्यमंत्री की मंशानुसार कार्यवाही नहीं की गई। इस लेकर मंडी बोर्ड के द्वारा स्थगित किया गया सत्याग्रह/आन्दोलन पुन:25 सितम्बर से अनिश्चितकालीन के लिए शुरू कर दिया गया है। जिसमें प्रदेश की समस्त 259 मडी समितियां/07 आंचलिक कार्यालय/13 तकनीकी कार्यालय/मंडी बोर्ड मुख्यालय दिनांक 25 सितम्बर से अनिश्चितकालीन बंद रखे जाकर किसी प्रकार का क्रय-विक्रय एवं कर्यालयीन कार्य बंद रखे गए तथा कर्मचारी/अधिकारी द्वारा अपने कार्यास्थल के गेट पर धरना-प्रदर्शन मांगों की पूर्ति किये जाने तक निरंतरता में जारी रहेगा।
मॉडल एक्ट व मंडी अधिनियम संशोधन के विरोध में जारी है विरोध प्रदर्शनशिवपुरी- संयुक्त संघर्ष मोर्चा भोपाल के आह्वान पर बीती 3 सितम्बर से 6 सितम्बर तक किये गये सत्याग्रह/आन्दोलन के संबंध में माननीय मंत्री द्वारा मोर्चों की मांगों पर 15 दिवस में कार्यवाही करने का आश्वासन/सहमति दी गई थी और तब उक्त सहमति के आधार पर मोर्चो द्वारा आन्दोलन को 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था बाबजूद इसके संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड की मांगों पर 15 दिनों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे व्यथित होकर 25 सितम्बर से मप्र मंडी बोर्ड के द्वारा अनिश्ििचताकलीन हड़ताल प्रारंभ कर दी गई है। इसी क्रम में यह अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही जिसमें मंडी के मुख्य गेट पर ताला जड़कर मंडी प्रबंधन ने अपना काम बंद रखा और मंडी गेट के द्वार पर ही विरोध प्रदर्शन स्वरूप बैनर लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई व अपनी लंबित मांगों को पूर्ण करने की मांग की गई। इस प्रदर्शन में भूपेश तिवारी जिलाध्यक्ष संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला शिवपुरी व मंडी सचिव आर.पी. सिंह सहित श्रीमन जायसवाल, ललित चौधरी, शशिकांत महाजन, हजारी लाल सेन, शिवशंकर शर्मा, रामदास लोहिया, श्रीमती जूली रघुवंशी, श्रीमती जामबती बाई पाल आदि शामिल रहे जिन्होंने मंडी अधिनियम में किए गए संशोधन और मप्र सरकार द्वारा मॉडल एक्ट को लेकर किए गए संशोधन के विरोध में यह प्रदर्शन किया। इसके पूर्व सौंपे गए ज्ञापन में संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड को आश्वस्त किया गया था कि संचालनालय कृषि विपणन में मर्ज करने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन संचालक मण्डल द्वारा उक्त प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है का लेख किया गया है अत: उपरोक्त प्रस्ताव में माननीय मुख्यमंत्री की मंशानुसार कार्यवाही नहीं की गई। इस लेकर मंडी बोर्ड के द्वारा स्थगित किया गया सत्याग्रह/आन्दोलन पुन:25 सितम्बर से अनिश्चितकालीन के लिए शुरू कर दिया गया है। जिसमें प्रदेश की समस्त 259 मडी समितियां/07 आंचलिक कार्यालय/13 तकनीकी कार्यालय/मंडी बोर्ड मुख्यालय दिनांक 25 सितम्बर से अनिश्चितकालीन बंद रखे जाकर किसी प्रकार का क्रय-विक्रय एवं कर्यालयीन कार्य बंद रखे गए तथा कर्मचारी/अधिकारी द्वारा अपने कार्यास्थल के गेट पर धरना-प्रदर्शन मांगों की पूर्ति किये जाने तक निरंतरता में जारी रहेगा।

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