युवाओ को वायु सेना में आगे आना चाहिए व देश का नाम रोशन करना चाहिए : एयरमेन ज्ञानेश माथुरशिवपुरी। स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस पर वाण गंगा स्थित अपने कार्यालय पर शिवपुरी के एक मात्र रिटायर्ड एयरमेन ज्ञानेश माथुर को श्रीफल. शॉल एवं पौधा देकर सम्मनित किया एवं उनसे एयरफोर्स के अपने अनुभव बताने का अनुरोध किया। एयर मेन ज्ञानेश माथुर ने अपने उदबोधन में बताया कि भारतीय वायु सेना का गठन 8 अक्टूबर 1932 को हुआ था। 8 अक्टूबर 1932 को इंडियन एयरफोर्स की स्थापना हुई थी तभी से इस दिन को एयरफोर्स डे मनाया जाता है।
इस मौके पर एयरफोर्स अपने खास-खास विमानों और जवानों के करतब का प्रदर्शन करती है। एयरफोर्स डे के मौके पर शानदार परेड और एयर शो का आयोजन होता है। आजादी से पहले एयरफोर्स को रॉयल इंडियन एयर फोर्स कहा जाता था। आजादी के बाद इसमें से रॉयल शब्द को हटाकर सिर्फ इंडियन एयरफोर्स कर दिया गया था। देश में सभी सेनाओं का अपना एक आदर्श वाक्य है। भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है नभ स्पृशं दीप्तम।
कार्यक्रम में शक्तिशाली महिला संगठन के संयोजक रवि गोयल में बताया कि आज वायुसेना दिवस के अवसर पर हम एयरमेन ज्ञानेश माथुर को सम्मानित करते हुए गर्व महसूस कर रहे है शिवपुरी से इकलोते व्यक्ति जो 1978 में 15 साल एयरफोर्स में सेवा की एवं देश का मान बढ़ाया इसीलिए संस्था द्वारा श्री माथुर का क्रोटन के पौधे शाल श्रीफल एवं उपहार देकर सम्मानित किया एवं उनसे वायु सेना में सेवा के दौरान उनके अनुभव टीम के साथ साझा किए। इस दौरान श्री माथुर काफी प्रसन्न हुए उन्होने संस्था का एयरफोर्स डे मनाने एवं सम्मान करने पर प्रसन्नता जाहिर की। कार्यक्रम में संस्था के संयोजक रवि गोयल, विकास अग्रवाल, श्रीमती कमलेश कुश्वाहा, एवं हेमन्त उचवारे उपस्थित थे।
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