लगाए भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद के आरोपशिवपुरी। नवगठित नगर परिषद मगरौनी में सरपंच, सचिव से लेकर पदस्थ कर्मचारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। नगर परिषद से हटाए गए 31 कर्मचारी अपनी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और नप में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर मामले की जानकारी दी।
नप से हटाए गए कर्मचारी जितेंद्र झा, सुरेश कुशवाह, सुघरसिंह, दारासिंह शाक्य, रणवीर गौड़, परमाल सिंह कुशवाह, विजयसिंह कुशवाह, जीतेंद्र बघेल, नारायण, मदनलाल झा, फरीद खान व बबलू ने बताया कि निजामपुर के सचिव हनुमंतसिंह रावत ने भतीजे रामअवतार को पद का दुरुपयोग कर मेट के पद पर नियुक्ति दे दी जबकि वह मगरौनी का निवासी न होकर डोंगरपुर का रहने वाला है। वहीं संजय पुत्र लाखनसिंह राजपूत जो कि कांकर का निवासी है और प्लंबर का काम करता है उसे मनरेगा पंच परमेश्वर में मजदूर बना दिया गया।
वहीं रमेश भार्गव जो मगरौनी में एकांउटेंट के पद पर थे इन्होंने पद का गलत उपयेाग कर सरपंच, सचिव निजामपुर के साथ मिलकर अपने पुत्र नितिन भार्गव की नियुक्ति संग्रहक के पद पर करा दी। इसी तरह सरपंच निजामपुर कुसुम तारनसिंह तोमर ने अपने देवर को संग्रहक के पद पर नियुक्त करा दिया और भतीजे पवनसिंह तोमर की भी नियुक्त करवा दी।
पद का दुरूपयोग करने में जनपद सदस्य भी नहीं नहीं रहे। यहां पदस्थ जनपद सदस्य रज्जन सेन ने अपने भाई सोनू सेन की भी पद का इस्तेमाल करते हुए नियुक्ति दिलवा दी। सचिव मगरौनी नारायणसिंह पुत्र नरेश गुर्जर को संग्रहक, भांजे हरीओम गुर्जर को पंच चालक के पद पर नियुक्ति दिलवा दीं। सचिव मगरौनी राकेश शर्मा ने भी अपने रिश्तेदार की नियुक्ति करवा दी।
हटाए गए कर्मचारियों ने बताया कि नगर परिषद में कई ऐसे लोग काम कर रहे हैं जो पंच.परमेश्वर योजना में मजदूर हैं। अत: मामले की जांच करवाकर उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करवाई जाए और जैसे हम 31 लोगों को हटाया गया है इन्हें भी हटाया जाए।
No comments:
Post a Comment