Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Friday, July 5, 2024

श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मनाई दिवंगत डॉ.मिश्रा की 53वीं जयंती


शिवपुरी-
नर सेवा ही नारायण सेवा जैसे शब्दों को चरितार्थ करने वाले दिवंगत डॉ.ए.के.मिश्रा की 53वीं जन्म जयंती के अवसर पर श्रद्धाुसुमन अर्पित करते हुए उनके शुभचिंतकों व परिजनों के द्वारा स्थानीय डॉ.मिश्रा क्लीनिक पुरानी शिवपुरी पर मनाई गई। इस अवसर पर डॉ.मिश्रा के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई यहां श्रद्धांजलि देने वालों में डॉ.मिश्रा के साथ पत्रकारिता में साथ देने वाले रशीद खान गुड्डू, राजू यादव (ग्वाल), मणिकांत शर्मा, राजकुमार शाक्य, लक्ष्येन्द्र शर्मा, सत्यनारायण अग्रवाल सत्तू, अमन, गणेश सेन आदि मौजूद रहे। 

इस दौरान दिवंगत डॉ.मिश्रा की होनहार पुत्री कुं.उन्नति(साक्षी)मिश्रा भी मौजूद रही जिन्होंने अपने पिता की पुण्य स्मृतियों को संजोते हुए सभी मीडियाकर्मियों व स्थानीय लोगों को एकत्रित किया। हालांकि दिवंगत डॉ.ए.के.मिश्रा के पदचिह्नों पर चलकर उनका होनहार पुत्र शशांक मिश्रा भी चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणीय रहा और पीपुल्स मेडीकल कॉलेज भोपाल से एमबीबीएस कर चुका, आने वाले समय में पिता की स्मृति में ऐसे ही नर सेवा नारायण सेवा की जाए, यही ध्येय रहेगा। इस अवसर पर डॉ.मिश्रा के साथ बिताए हुए पलों को उपस्थित साथियों के द्वारा साझा किया गया और जीवन में डॉ.मिश्रा जैसी अनुकरणीय सेवाऐं आगे भी अन्य चिकित्सक प्रदान करें, ऐसी अपेक्षा व्यक्त की। 

बताना होगा कि कोविड के दौरान डॉ.ए.के.मिश्रा का आकस्मिक निधन हो गया था जबकि वह जब इस संसार में जीवित रहे तब तक नर सेवा ही नारायण सेवा जैसे शब्दों को चरितार्थ करते रहे, पुरानी शिवपुरी ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र सहित दूर-दराज के इलाकों से लोग अपना उपचार कराने डा.मिश्रा के पास आते थे जहां कई ऐसे गरीब परिवार जिन पर उपचार पैसे और आने-जाने का साधन भी नहीं होता था तब ऐसे मरीजों को ना केवल वह नि:शुल्क उपचार देते बल्कि उन्हें भोजन व आने-जाने तक का किराया भी देकर भेजते थे।

No comments:

Post a Comment