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Tuesday, December 3, 2024

हिन्दुत्व की आवाज बुलंद कर धर्म विरोधियों को उत्तर देने की समर्थता से बनेगा हिन्दू राष्ट्र : बागेश्वर धाम पं.धीरेन्द्र शास्त्री


बागेश्वर धाम ने मीडिया से हुई चर्चा में कहा हिन्दुओं के संगठित होने पर सनातन बोर्ड गठन की आवश्यकता ही नहीं

शिवपुरी- हिंदुत्व के लिए आवाज बुलंद कर धर्म विरोधियों को उत्तर देने की समर्थता से ही भारत हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा, इसमें कोई दो राय नहीं है यदि इसके लिए संविधान में भी बदलाव की आवश्यकता होगी तो एक बार और हो जाएगा, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, आधार हमारा एक है, भेदभाव मुक्त करना, जातपात मुक्त करना, लोगों के दिल में तलवार से नहीं विचारों से परिवर्तन आए, सनातन के प्रति सतर्क हों और जब हिन्दु संगठित होंगें तो सनातन बोर्ड जैसी उठने वाली मांग की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। हिन्दू राष्ट्र को लेकर यह कहना है करैरा में आए श्रीबागेश्वर धाम पीठ के पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने जो स्थानीय करैरा में आयोजित कथा के दौरान रामराजा गार्डन में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अपने सरल-स्वभाव से पत्रकारों के हरेक सवाल का जबाब पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने दिया। इस दौरान करैरा के बगीची वाली माता धाम के महंत जीतू महाराज भी मौजूद रहे।

पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने मुसलमानों को लेकर कहा कि मुसलमानों को यह देश छोडऩे की जरूरत नहीं है, यह देश सबका है, देश संविधान से चलेगा, ना कि बाबा के ज्ञान से, सबको यहां रहने का अधिकार है, मुसलमानों के भी दादा-परदादा ने देश को आजादी दिलाने में अपना अहम योगदान दिया है, हालांकि इस स्वीकारोक्ति के साथ कि कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे। इसके साथ ही पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने जान से मिली धमकी को लेकर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कहीं ना कहीं समझने में गलती हुई है जहां पंजाब के परवाना जी ने जान से मारने की धमकी दी है, सरदार हमारे, सिख हमारे भाई हैं, हमारा परिवार है, उनकी तालियां, गालियां, धमकियां, उनका प्यार सब हमें स्वीकार है।

उनको समझने में थोड़ा सा भेद हो गया, इसलिए उन्होंने इस प्रकार के शब्दों को बोला है, हम नहीं चाहते कि हिंदू और सिख दो अलग-अलग हो जाएं, क्योंकि हर मंदिर साहब के प्रति हमारी स्वयं की निष्ठा है।हम स्वयं गुरुओं की पावन नगरी अमृतसर जाएंगे। परवाना जी हमारे अपने हैं। सिख धर्म के सब हमारे अपने हैं। परवाना जी ने जो भी कहा है, उनसे भूल हुई है। एक बार हमारे बयान को फिर से सुनें। यह संभल के हरिहर मंदिर को लेकर चर्चा थी, न कि हर मंदिर साहेब...। हरमंदिर साहेब... हमारे आदर्श हैं, गुरुग्रंथ साहब के प्रति हमारी अपार श्रद्धा है, बाकी कानून अपने हिसाब से देख रहा है।

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