शिवपुरी-नवीन परिसीमन के अंतर्गत जिला, अनुभाग, तहसील, जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों की सीमाओं में होने वाले परिवर्तन के संबंध में सुझाव के लिए गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। बैठक में शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, करैरा विधायक रमेश खटीक, पोहरी विधायक कैलाश कुशवाहा, नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।प्रशासनिक दृष्टिकोण से परिसीमन को लेकर बैठक में चर्चा हुई, जिससे आमजन को सुविधा हो। प्रशासनिक कामकाज को लेकर संबंधित पंचायत या निकाय को प्रशासनिक सुविधा की दृष्टि से परिसीमन किया जा सके। जिसमें जनप्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त हुए। दिनारा को दतिया में मिलने के प्रस्ताव पर सभी ने असहमति दी। करेरा विधायक रमेश खटीक ने कहा कि दतिया में शामिल कुछ गांव, जिन्हें करेरा में शामिल किया जाना है।
शिवपुरी विधायक ने बघरवारा और अमरपुर देवड़ा ग्राम पंचायत जो खनियाधाना में है इन्हें पिछोर में शामिल किए जाने का सुझाव दिया। इसके अलावा बामोरकला के चंदेरी में दिए जाने पर असहमति दी गई। बामोरकला शिवपुरी का अभिन्न अंग है, जिसे शिवपुरी में ही रहना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नेहा यादव की ओर से कोलारस में ग्राम पारागढ़ जो गोरा पंचायत से 10 किलोमीटर दूर है, जिसे समीप की डोंगरपुर पंचायत में जोडऩे का प्रस्ताव दिया। ग्राम पंचायत सुनाज एवं टीलाकला, जो कि वर्तमान में बदरवास में शामिल है, उसे कोलारस में जोडऩे का सुझाव आया। इसके अलावा ग्राम पंचायत बड़ी गुरुवार जनपद पंचायत ईसागढ़, जिला अशोकनगर में है,उसे बदरवास में जोडऩे का सुझाव दिया गया। जनप्रतिनिधि आगे भी अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा यदि आमजन भी इस परिसीमन को लेकर सुझाव देना चाहे, तो वह 8 फरवरी तक योजना सांख्यिकी विभाग के कार्यालय में लिखित में अपने सुझाव दे सकते हैं।
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