शिवपुरी-अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर आनंद विभाग एवं जिला विपश्यना समिति के संयुक्त तत्वाधान में आना पान सती ध्यान शिविर का आयोजन पोहरी के माध्यमिक विद्यालय कृष्णगंज में विभिन्न विद्यालयों के छात्र, छात्राओं के लिए किया। सर्वप्रथम विद्यार्थियों के पंजीयन और स्वल्पाहार के उपरांत पंचशील की प्रतिज्ञा दिलाई एवं आना-पान ध्यान विद्या सीखने के लिए विपश्यना के महान आचार्य सत्यनारायण गोयनका से विद्यार्थियों द्वारा निवेदन कराया, कि हमें आनापन की साधना सिखाई जावे। कुछ समय के लिए ऑडियो के माध्यम से अपनी सहज स्वाभाविक आती-जाती सांस के अवलंबन के द्वारा विद्यार्थियों ने अपने-अपने मन को जागरूक किया।
बाल मित्र उपक्रम सत्र के मध्य स्वयं की क्षमता मापने की ताली बजाने की गतिविधि एवं हथेलियां और उंगलियों के द्वारा वर्षा का काल्पनिक अनुभव कराया गया जिसका बच्चों ने खूब आनंद लिया। ताली बजवाकर आपस में कोऑर्डिनेशन की शिक्षा दी गई। सिविर समापन के पूर्व मैत्री साधना कराई गई जिसमें मेरा मंगल तेरा मंगल सबका मंगल होय रे, प्रमुख आचार्य के द्वारा मंगल मैत्री दी गई। प्रतिदिन सुबह शाम 10 मिनट के लिए ध्यान करने और ध्यान करने के उपरांत 2 मिनट के लिए मैत्री साधना करने के लिए कहा गया।
समापन पर आना-पान ध्यान साधना के संबंध में विद्यार्थियों द्वारा अनुभव पत्र भरवा गए। सभी ने साधना की और लाभ के बारे में अपने अनुभव साझा किए जिसमें मन की शांति, सजगता, मन एकाग्र और शक्तिशाली होना बताया। संपूर्ण कार्यक्रम में बाल मित्र उपक्रम टीम और विद्यालय प्रबंधन का सराहनीय सहयोग रहा। अन्य कार्यक्रम के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था पोहरी के विद्यार्थियों एवं स्टाफ के मध्य 10 मिनट का आनापान सती ध्यान का आयोजन भी किया गया।
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