आत्मा से परमात्मा बनने के लिए जिन शासन का करें श्रद्धा से पालन : प.पू. प.पू.अमीपूर्णा श्री जी म.सा.शिवपुरी- जैन शासन का नियम है कि हरेक साधु-साध्वियों को जहां भी चार्तुमास किया जाता है उसके पूर्ण होने के पश्चात अपने अगले पढ़ाव के लिए आगे बढऩा होता है ताकि आगे भी धर्म की प्रभावना को बढ़ाया जा सके, श्रावक का हृदय है और वह भाव रखता है और इस आत्मा की पहचान के लिए जिन शासन मिला है लेकिन हम पदार्थ की पहचान कर रहे है जिससे हम आत्मा का कल्याण नहीं कर पाते, इसलिए आत्मा से परमात्मा बनने के लिए जिन शासन के नियमों का श्रद्धा से पालन करें और उसे अपने जीवन में आत्मसात करें निश्चित रूप से यह भावना हरेक जैन परिवार में होनी चाहिए ताकि संस्कार और जैन सिद्धांत की रक्षा कर सके।
जिन शासन में जन्म लेकर आत्मा से परमात्मा का यह मार्ग प्रशस्त किया प.पू. अमीपूर्णा श्री जी म.सा. ने जो स्थानीय मुकेश जैन, पंकज जैन, पुनीत जैन भाण्डावत परिवार पर आयोजित चार्तुमास प्रारंभ के साथ ही अब समापन पश्चात प.पू. साध्वी मंडल भाण्डावत निवास पहुंचा और इस स्थल को पवित्र करते हुए अब 10 नवम्बर को प्रात: 6 बजे धर्म की प्रभावना को आगे बढ़ाने के लिए विहार करेंगी। इस अवसर पर भाण्डावत परिवार के द्वारा अपने पावन को श्रीचरणों से कृतार्थ करने वाले मातृहृदया श्री अमितगुणा श्री जी म.सा. की शिष्या प.पू. अमीपूर्णा श्री जी म.सा., प.पू. अमीदर्शा श्री जी म.सा. आदि ठाणा श्रीसंघ का भाव भरा स्वागत किया और आर्शीवाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुकेश जैन पंकज जैन पुनीत जैन भांडावत परिवार के यहां आयोजित धर्मसभा का आयोजन भी हुआ जिसमें आयोजक परिवार द्वारा शहर के समाजसेवी जनो का स्वागत भी किया गया, इनमें भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी अध्यक्ष शैलेंद्र समाधिया, कैट के संगठन मंत्री संजीव जैन, आष्टा से प्रदीप धारीवाल का स्वागत का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात गुरुजनों के प्रति आरव जैन व परिवार की बिटिया सहित श्रीमती सुनीता भांडावत, खुशबू भांडावत, सोनम भंाडावत, विनीता पारख, दिव्यांशी कोचेटा, सलोनी कोचेटा, सुमिता कोचेटा एवं जैन धर्म का अनुपालन करने वाले श्री परमार भी मौजूद रहे जिन्होंने अपनीे-अपनी भावनाओं के भाव भाव प्रकट किए। इसके साथ ही जैन मंदिर परिसर में तेजमल सांखला परिवार द्वारा चांदी का भंडार मंदिर में स्थापित किया गया जिसकी सर्व जैन समाज के द्वारा अनुमोदना की गई।
इस अवसर पर मुकेश जैन पंकज जैन पुनीत जैन भांडावत परिवार के यहां आयोजित धर्मसभा का आयोजन भी हुआ जिसमें आयोजक परिवार द्वारा शहर के समाजसेवी जनो का स्वागत भी किया गया, इनमें भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी अध्यक्ष शैलेंद्र समाधिया, कैट के संगठन मंत्री संजीव जैन, आष्टा से प्रदीप धारीवाल का स्वागत का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात गुरुजनों के प्रति आरव जैन व परिवार की बिटिया सहित श्रीमती सुनीता भांडावत, खुशबू भांडावत, सोनम भंाडावत, विनीता पारख, दिव्यांशी कोचेटा, सलोनी कोचेटा, सुमिता कोचेटा एवं जैन धर्म का अनुपालन करने वाले श्री परमार भी मौजूद रहे जिन्होंने अपनीे-अपनी भावनाओं के भाव भाव प्रकट किए। इसके साथ ही जैन मंदिर परिसर में तेजमल सांखला परिवार द्वारा चांदी का भंडार मंदिर में स्थापित किया गया जिसकी सर्व जैन समाज के द्वारा अनुमोदना की गई।
यहां साध्वियों के अगले पड़ाव पर विहार करने को लेकर भावुक भजन भी गाया जिसके बोल थे संसार में आया है तो उसे जाना ही पड़ेगा, घर और कही जाके बसाना ही पड़ेगा...इस गीत से उपस्थित सभी जन भावविभोर हो गए। पूज्य साध्वियों के द्वारा लव जिहाद से बचते हुए अपने बच्चों में धर्म की प्रभावना और संस्कारित शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया ताकि वह इस तरह के किसी प्रपंच में ना फंस सके और जिन शासन के सिद्धांतों पर चलकर अपने घर, परिवार, समाज और इस प्रदेश-देश का नाम रोशन करें। कार्यक्रम के समापन शुभम नाहटा द्वारा पूरे चार्तुमास से संकलित एक वीडियो रील का प्रसारण किया गया जिसकी सभी ने सराहना की साथ ही मुनिश्री को भी एक फ्रेम भेंट की। चार्तुमास पश्चात पूज्य साध्वी मंडल भाण्डावत निवास से सोमवार 10 नवंबर को सुबह 6 बजे विहार करेंगी।



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