अभा साहित्य परिषद ने साहित्यकार स्व.लखन लाल खरे की पुण्यतिथि मनाईशिवपुरी-अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शिवपुरी द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार स्वर्गीय लखनलाल खरे की प्रथम पुण्यतिथि स्थानीय नक्षत्र गार्डन में मनाई। इस अवसर पर बोलते हुए गजानन माधव मुक्तिबोध शोध पीठ के निदेशक भोपाल से पधारे ऋषि कुमार मिश्रा ने कहा कि स्वर्गीय लखनलाल खरे की विनम्रता ही उनकी पहचान थी, विद्वान तो थे ही साथ ही निर्मल मन के व्यक्ति भी थे, इतना अध्ययन उनका था कि उन्हें चलता फिरता विश्व विद्यालय भी कह देते थे।
इंदौर से पधारे अरुण अपेक्षित ने कहा कि स्वर्गीय लखनलाल और में कई आयोजन में साथ रहे,अपनी विद्वता से वह सभी को प्रभावित करते थे,उनका यू चले जाना शिवपुरी के लिए अपूरणीय क्षति है। वरिष्ठ लेखक पत्रकार प्रमोद भार्गव ने कहा कि बुंदेली भाषा पर जो कार्य स्वर्गीय लखनलाल ने किया है,वह प्रशंसनीय है,वह किसी परिचय के मोहताज नहीं थे,उनके व्यवहार से उनकी कार्यकुशलता का पता चलता था। साहित्य परिषद के प्रांत महामंत्री ने कहा कि स्वर्गीय लखनलाल ने जाने कितने बच्चों को पी एच डी कराई,बच्चों की दिल खोलकर वह मदद करते थे।उनका जाना शिवपुरी के लिए अपूरणीय क्षति है। श्यामबिहारी सरल ने संचलन तो योगेन्द्र शुक्ला ने आभार ज्ञापित किया।इस अवसर पर कई साहित्यकार मौजूद थे,उन्होंने श्रद्धांजलि प्रदान की व स्वर्गीय लखनलाल खरे का पुण्य स्मरण किया।

.jpeg)
No comments:
Post a Comment