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𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Saturday, January 5, 2019

*बिना नंबर के अवैध परिवहन करते रेत के डम्फ र, प्रशासन मौन*

*स्पीड गर्वनर के बिना भी संचालित हो रहे हैं कई स्कूली वाहन*

*-रशीद खान-7869652222*
शिवपुरी-जिले में इन दिनों अवैध रूप से रेत का उत्खनन और परिवहन कर रहे सैकड़ों ऐसे डम्फ र देखे जा सकते है जो बिना नम्बर प्लेट के संचालित हो रहे है। वहीं दूसरी ओर कई स्कूल वाहन भी ऐसे है जो बिना स्पीड गर्वनर के संचालित हो रहे है। यही कारण है कि बिना स्पीड गर्वनर के ही गत दिवस एक मासूम 6 वर्षीय बालिका पलक की मौत हो गई थी। वहीं दूसरी ओर रात के अंधेरे में अपने काले कारनामों को अंजाम देने के लिए ही डम्फर चालक नम्बर प्लेट नहीं लगवाते और इस अवैध कारोबार केा अंजाम देते है। ऐसे में बिना नंबर प्लेट वाले डम्फर जहां बेखौफ जिले में परिवहन विभाग के नियम निर्देशों को हवा में उड़ाकर अपने कारोबार को करने में लगे हुए है तो वहीं दूसरी ओर इन वाहनों से यदि कोई दुर्घटना हो जाए तो इन्हें पहचानना भी मुश्किल हो जाएगा।
बताना होगा कि जिले के करैरा से शिवपुरी तक बिना नंबर के वह दर्जनों डम्फर वाहन देखे जा सकते है जो कि रेत ओर कोपरा के अवैध परिवहन में लिप्त है और देखा जाए तो इन वाहनों में रॉयल्टी भी नही और यह वाहन बिना रॉयल्टी के फर्राटे भरते रहते है। सबसे बड़ी बात देखने की यह है कि यह रेत से भरे अवैध रूप से परिवहन तो कर ही रहे है ओर यदि इनसे कोई दुर्घटना होती गई तो ऐसे बिना नबर के वाहन को पकडऩा ही नही बल्कि ढूंढना तक मुश्किल हो जाता है। जिले में बैठे आलाधिकारी अपने आलीशान चैंबेरो से बाहर निकलकर यह जहमत तक उठाने की नही करते है कि आखिर यह अवैध रूप से दौड़ रहे डंफ रो को पकड़ा जाए और इनके विरुद्ध कार्यवाही की जाए। बताना होगा कि यह डम्फर करैरा सहित आधा दर्जन थानों से होकर गुजरते है आखिर इन थानों पर बैठे जिमेदारो की नजर इन वाहनों पर क्यों नही पड़ती की यह बिना नम्बर के डम्फर यहाँ संचालित हो रहे है।
*बिना स्पीड गर्वनर के संचालित हो रहे हैं स्कूली वाहन*
बताना होगा कि शहर में इन दिनो कई निजी स्कूलों के वह वाहन जो सड़कों पर दौड़ रहे है वह बिना स्पीड गर्वनर के संचालित हो रहे है। बीते रोज 6 वर्षीय पलक की मौत होना भी कहीं ना कहीं स्पीड गर्वनर की कमी को माना जा सकता है यदि वाहन की निर्धारित गति होती तो संभव था कि बालिका के साथ होने वाला हादसा नहीं होता। इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ही स्कूली वाहनों में स्पीड गर्वनर लगाया जाता है ताकि वाहन की गति को निर्धारित किया जा सके। इस ओर आरटीओ विभाग ने भी कोई कदम नहीं उठाए जिसके चलते इस तरह के हादसे यहां घटित हो रहे है। अब देखना होगा कि इस मामले में जिला परिवहन विभाग क्या उचित कदम उठाता है?
*इनका कहना है-*
हम शासन के द्वारा लिखित आदेश आते ही नियमानुसार कार्यवाही करेंगें फिलहाल आपने स्कूली वाहनों में स्पीड गर्वनर और फिटनेस की जो जानकारी दी है उसे लेकर हम आज से ही कार्यवाही करेंगें।
शैलेन्द्र श्रीवास्तव
कमिश्नर, खनिज विभाग, शिवपुरी

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