शिवपुरी- पांच दिवसीय दीप पर्व दीपावली के अवसर पर गोवर्धन पूजा के बाद मनाए जाने वाले भाई-बहिन के पवित्र प्रेम व स्नेह का प्रतीक भाईदूज का त्यौहार संपूर्ण जिले भर में बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। यहां अपनी बहिनों के घर पहुंचकर भाईयों ने तिलक कराया और बहिनो को उनकी रक्षा का संकल्प लेकर उपहार भेंट किए। शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि दीपावली की भाईदूज के पावन पर्व पर भाईयों के द्वारा बहिनों के यहां पहुंचकर तिलक कराया जाता है जिसे यम द्वितीया के रूप में भी मनाया जाता है जब यमराज अपनी बहिन के यहां गए थे और इस कथा के महत्व में यह बताया गया कि जो भाई दीपावली की दौज पर भाईदूज मनाते हुए अपनी बहिन के यहां तिलक कराने जाता है वह अकाल मृत्यु के अभिशाप से मुक्त हो जाता है। हालांकि भारतीय संस्कृति में इन्हीं पौराणिक कथाओं के अनुसार ही तीज-त्यौहार मनाए जाते है। इसी क्रम में संपूर्ण जिले में भर में भाई-बहिन के पवित्र प्रेम स्नेह का प्रतीक भाई दूज का त्यौहार मनाया गया।सर्किल जेल में बहिनो ने किया भाईयों को तिलक
अपने किसी अपराधवश जेल पहुंचे भाईयों को भी बहिन से तिलक कराने का अवसर प्राप्त हुआ। यहां जिला मुख्यालय स्थित सर्किल जेल अधीक्षक रमेशचंद आर्य के निर्देशन में शासन के निर्देशानुरूप भाई-दूज का पवित्र त्यौहार जेल परिसर में मनाया गया। इस अवसर सर्किल जेल आने वाली बहिनों का परिचय पत्र प्राप्त कर उन्हें जेल में प्रवेश दिया गया और जेल प्रबंधन की ओर से तिलक करने की आवश्यक सामग्री प्रदान करते हुए बहिनों ने भाईयों के माथे पर तिलक किया। जेल के अंदर सभी बहनों भाइयों को बैठने की व्यवस्था की गई एवं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सब जेल के अंदर जेल में बंद कैदी भाइयों से मिलने की व्यवस्था की। वहीं जेल के अंदर बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर मिठाई खिलाई एवं सभी बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र की कामना की। वहीं समझाइश दी कि आगे ऐसा मौका ना आए कि भाइयों को जेल जाना पड़े, सभी भाई मिलजुल कर रहे ऐसी कामना करते हैं।

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