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𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Saturday, December 29, 2018

ग्राम पंचायत कोटा में संबल योजना को लगा ग्रहण

रोजगार सहायक ना होने से पंचायत सचिव शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने में है असमर्थ 

शिवपुरी-मप्र की संबल योजना बीते लंबे समय से जनप पंचायत शिवपुरी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कोटा में ध्वस्त हालातों में पड़ी हुई है। यहां बार-बार ग्राम पंचायत के सचिव ने लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराकर जनपद सीईओ को ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं और संबल योजना के तहत मिलने वाले लाभ से वंचित ग्रामवासियों ने अपनी आपबीती को बताया, बाबजूद इसके जिला प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जिसके चलते आज भी संबल योजना ग्राम पंचायत कोटा में झटका खा रही है जहां ना तो हितग्राही लाभान्वित हो रहा और ना ही योजना का क्रियान्वयन सही ढंग से हो पा रहा। यहां पदस्थ ग्राम पंचायत सचिव पवन कुमार बौहरे द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत कोटा में पदस्थ रोजगार सहायक आकाशदीप द्वारा इस्तीफा देकर चला गया जिसके बाद से ग्रापं कोटा में दूसरा कोई रोजगा सहायक पदस्थ नहीं हुआ। यहां अपनी आपबीती बताते हुए पंचायत सचिव पवन कुमार बौहरे ने बताया कि वह 10वीं पास है और उसे कम्प्युटर का ज्ञान नहीं है ऐसे में शासन की योजनाऐं जो कम्प्युटर द्वारा संचालित होती है उसके लिए अन्य रोजगार सहायक की व्यवस्था की जावे अन्यथा स्वयं पंचायत सचिव का स्थानांतरण किया जावे। यह शिकायत बीती 6 जून 2018 को जनपद सीईओ को की गई लेकिन तब से लेकर आज दिनांक तक पंचायत में किसी अन्य रोजगार सहायक की ना तो पदस्थी हुई और ना ही यहां के ग्रामीणजनों को शासन की महत्वाकांक्षी योजना संबल का लाभ मिल सका। ऐसे में संबल योजना के तहत ना तो प्रसूताओं को लाभ मिल पा रहा, इनमें श्रीमती काजल पत्नि वीरेन्द्र वाल्मिकी, राजकुमारी पत्नि पासू आदिवासी, मछला पत्नि हक्कू आदिवासी, अनीता पत्नि सुनील धाकड़, श्रीती लाली पत्नि अजय धाकड़ आदि शामिल है। इसके अलावा संबल योजना के तहत पंचायत में मनरेगा वर्ष 2017 से आज दिनांक तक मस्टर व्हाउचर कैशबुक नहीं भरे गए, प्रधानमंत्री आवास योजना शून्य की कगार पर है, स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्य हो नहीं पा रहे, सहरिया महिलाओं को उनके खाते में 1000 रूपये की पोषण आहार की राशि नहीं दी जा पा रही, असंगठित मजदूरोंं का सर्वे करके दे दिया था जिसका ऑनलाईन आवेदन पूरे नहीं हो पाए और साईट बंद हो गई। प्रसूता सहायता राशि को आईडी मांगते है पंजीयन नहीं होने के कारण हितग्राही लाभ से वंचित है। शाला भवन से शिक्षकों की मांग रहती ििक बच्चों की समग्र आईडी बनाना है तो महिनों और सालों नहीं बनती है शिक्षक परेशान है छात्रा-छात्राओं को स्कूल से लाभ नहीं मिल पाता है। कल्याणी पेंशन के 5 आवेदन पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को दिए गए थे बाबजूद इसके ऑनलाईन ना होने के कारण उन्हें लाभ नहीं दिया गया। ऐसे ही तमाम कार्य ग्राम पंचायत कोटा में ध्वस्त पड़े है जो संबल योजना के तहत हितग्राहियों को दिए जाने है लेकिन यहां रोजगार सहायक ना होने के कारण उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में शासान को भी अवगत करा दिया गया है। 


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